बीजिंग, 8 अप्रैल . जापान में होने वाला 2025 ओसाका विश्व एक्सपो 13 अप्रैल को शुरू होगा. इस आयोजन के लिए चाइना पवेलियन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं और 7 अप्रैल तक इसकी प्रदर्शनी का मूल स्वरूप तैयार हो गया है. यह पवेलियन न केवल अपनी विशालता के लिए बल्कि अपनी अनूठी प्रस्तुति के लिए भी चर्चा में है.
चाइना पवेलियन में तीन मुख्य प्रदर्शनी क्षेत्र बनाए गए हैं, जिनके नाम हैं- “मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य”, “हरा पानी और हरे पहाड़” और “अंतहीन जीवन”.
इन क्षेत्रों के जरिए पर्यावरण और मानव जीवन के बीच संतुलन को दर्शाया जाएगा. चीन अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संवर्धन परिषद के उपाध्यक्ष और चाइना पवेलियन के मुख्य सरकारी प्रतिनिधि ली छिंगशुआंग ने बताया कि इस पवेलियन की थीम “मानव और प्रकृति के बीच जीवन समुदाय का सहनिर्माण – हरित विकास का भावी समाज” पर आधारित है.
यह प्रदर्शनी आगंतुकों को एक गहन, इंटरैक्टिव और अनुभवात्मक यात्रा प्रदान करेगी, जिसमें परंपरा और आधुनिकता का सुंदर मेल, विविध प्रदर्शन तकनीकें और गहरी मानवतावादी भावना झलकेगी.
खास बात यह है कि चाइना पवेलियन में छांग अ-5 और छांग अ-6 अंतरिक्ष मिशनों द्वारा चंद्रमा से लाई गई मिट्टी के नमूने भी प्रदर्शित होंगे. ये नमूने इस विश्व एक्सपो में वैश्विक दर्शकों के लिए सबसे कीमती और आकर्षक प्रदर्शनों में से एक होंगे.
चाइना पवेलियन करीब 3,500 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, जो इसे ओसाका एक्सपो के सबसे बड़े विदेशी मंडपों में से एक बनाता है. इसका डिजाइन प्राचीन काल में सांस्कृतिक संचार के महत्वपूर्ण माध्यम रहे बांस की पट्टियों से प्रेरित है. इस संरचना में बांस, चीनी अक्षरों और पुस्तकों जैसे सांस्कृतिक प्रतीकों को बेहद खूबसूरती से जोड़ा गया है, जो चीन के हजारों साल पुराने इतिहास और इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रूप में पेश करता है.
यह पवेलियन न केवल तकनीकी उपलब्धियों का प्रदर्शन करेगा, बल्कि चीन की सांस्कृतिक गहराई को भी दुनिया के सामने लाएगा.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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