बीजिंग, 9 मार्च . चीन के दो सत्र के दौरान चाइना मीडिया ग्रुप के अधीनस्थ सीजीटीएन ने 12 नई अंतर्राष्ट्रीय भाषाएं जोड़ीं, जो अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया, दक्षिण एशिया, मध्य-पूर्व, लैटिन अमेरिका और दक्षिण प्रशांत के कई क्षेत्रों को कवर करती हैं.
इस तरह चाइना मीडिया ग्रुप 80 विदेशी भाषाओं में दुनिया भर में प्रसारण करता है, जो सर्वाधिक भाषाओं वाला अंतर्राष्ट्रीय मुख्यधारा मीडिया बन गया है. 12 नई भाषाओं में अफ्रीका की 5 भाषाएं शामिल हैं. फुलानी भाषा पश्चिमी अफ्रीका और मध्य अफ्रीका के 6 करोड़ 40 लाख से अधिक लोग बोलते हैं. अम्हारिक भाषा इथियोपिया के 2 करोड़ 10 लाख लोग बोलते हैं. मेडागास्कर भाषा मेडागास्कर के 1 करोड़ 80 लाख बोलते हैं.
सेत्स्वाना भाषा दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, नामीबिया और जिम्बाब्वे के करीब 60 लाख लोग बोलते हैं और शोना भाषा जाम्बिया और मोजाम्बिक आदि क्षेत्रों के 70 लाख लोग बोलते हैं. 12 नई भाषाओं में दक्षिण-पूर्व एशिया और दक्षिण एशिया की 3 भाषाएं शामिल हैं. पंजाबी भाषा भारत और पाकिस्तान के 12 करोड़ लोग बोलते हैं. दिवेही भाषा मालदीव में प्रचलित है और तेतुम भाषा ईस्ट तिमोर में बोली जाती है.
12 नई भाषाओं में मध्य-पूर्व क्षेत्र और लैटिन अमेरिका की 2 भाषाएं शामिल हैं. मिस्र की बोली 9 करोड़ 40 लाख लोग बोलते हैं और गुआरानी भाषा पैराग्वे, अर्जेंटीना और ब्राज़ील आदि क्षेत्रों के 60 लाख लोग बोलते हैं. इसके अलावा, दक्षिण प्रशांत क्षेत्र की दो भाषाएं भी शामिल हैं, जो फिजी भाषा और सामोन भाषा हैं.
14वीं चीनी राष्ट्रीय जन प्रतिनिधि सभा के दूसरे पूर्णाधिवेशन के दौरान आयोजित कूटनीति आधारित संवाददाता सम्मेलन में चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि चीन दृढ़ता से दुनिया में शांति, स्थिरता और प्रगति बढ़ाता रहेगा. सीजीटीएन की उक्त नई भाषाओं के सोशल मीडिया पेज पर समय पर दो सत्र की ताजा रिपोर्टें प्रकाशित की. इससे चीन की कूटनीतिक नीति और मुख्य रुख अफ्रीका, एशिया और दक्षिण प्रशांत क्षेत्र तक पहुंचे हैं.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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