नई दिल्ली, 27 मार्च . चीन जीरो-डे की कमजोरियों के सरकार समर्थित दोहन में अग्रणी बना हुआ है और देश में साइबर जासूसी समूहों ने 2023 में 12 जीरो-डे की कमजोरियों का फायदा उठाया, जो 2022 में 7 रहा. गूगल की एक रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी गई.
जीरो-डे बग किसी सिस्टम या डिवाइस में एक भेद्यता है जिसका खुलासा किया गया है लेकिन अभी तक ठीक नहीं किया गया है.
2023 में गूगल ने इन-द-वाइल्ड 97 जीरो-डे की कमजोरियों का फायदा उठाया.
गूगल के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप (टीएजी) और साइबर-सिक्योरिटी फर्म मैंडिएंट की रिपोर्ट के अनुसार, यह 2022 की तुलना में 50 फीसदी ज्यादा है, लेकिन फिर भी 2021 के 106 के रिकॉर्ड से पीछे है.
मैंडिएंट इंटेलिजेंस के प्रधान विश्लेषक जेम्स सैडोव्स्की ने कहा, “हमलावर अब 2023 में तीसरे पक्ष के घटकों और लाइब्रेरियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. तीसरे पक्ष के घटकों और लाइब्रेरियों में जीरो-डे की भेद्यताएं 2023 में एक प्रमुख हमले की सतह थीं, क्योंकि इस तरह की भेद्यता का फायदा उठाने से एक से ज्यादा उत्पाद प्रभावित हो सकते हैं.“
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