बीजिंग, 29 नवंबर . संयुक्त राष्ट्र यूनेस्को की पूर्व महानिदेशक इरिना बोकोवा ने हाल ही में चीनी समाचार एजेंसी सिन्हुआ को दिए एक साक्षात्कार में कहा, “चीन के पास न केवल वैश्विक पर्यावरण शासन में अग्रणी बनने का एक भव्य दृष्टिकोण है, बल्कि वह इस दृष्टिकोण को ठोस कार्यों में भी बदल रहा है.”
उन्होंने कहा कि चाहे वह घरेलू नीति कार्यान्वयन हो या अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, चीन के प्रमुख निर्णय वैश्विक पर्यावरण शासन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. हाल ही में, दक्षिण-पश्चिम चीन के सछ्वान प्रांत की राजधानी छंगतु में “चीनी अभ्यास और पारिस्थितिक सभ्यता पर शी चिनफिंग के विचारों का वैश्विक योगदान” शीर्षक वाली थिंक टैंक रिपोर्ट को वैश्विक स्तर पर चीनी और अंग्रेजी में लॉन्च किया गया.
सिन्हुआ समाचार एजेंसी और शी चिनफिंग पारिस्थितिक सभ्यता विचार अनुसंधान केंद्र इस रिपोर्ट के सह-लेखक हैं.
रिपोर्ट लॉन्च होने के बाद सिन्हुआ समाचार एजेंसी के संवाददाता को दिए एक साक्षात्कार में इरिना बोकोवा ने कहा कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण के लिए कई अवधारणाएं प्रस्तावित की हैं. इससे चीन को वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण संबंधी मुद्दों में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का मौका मिलता है और यह वैश्विक पारिस्थितिकी और पर्यावरण शासन को प्रेरित करता है.
उन्होंने कहा कि चीन ने अपने संविधान में पारिस्थितिकी सभ्यता को शामिल किया है, जो राष्ट्रीय नीतियों में इसके महत्व को उजागर करता है. राष्ट्रपति शी ने कई मौकों पर मनुष्य और प्रकृति के बीच संबंधों पर चर्चा की है और मनुष्य और प्रकृति के बीच जीवन के समुदाय के निर्माण की सक्रिय रूप से वकालत की है, जो सतत विकास अवधारणा के लिए संयुक्त राष्ट्र 2030 एजेंडा के साथ संरेखित है.
इरिना बोकोवा का मानना है कि चीन धीरे-धीरे वैश्विक पर्यावरण शासन में अग्रणी बन रहा है.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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