अमेरिकी विदेश मंत्री के चीन संबंधी बयान पर चीन ने जताया कड़ा ऐतराज

बीजिंग, 8 फरवरी . 1 से 6 फरवरी तक अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबिओ ने पनामा, सार्वोडो, कोस्टारिका, ग्वाटेमाला, डोमिनिक की यात्रा की. इस दौरान उन्होंने चीन-लैटिन अमेरिका सहयोग, बेल्ट एंड रोड निर्माण, एक चीन सिद्धांत जैसे मुद्दों पर चर्चा की.

इस बारे में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने प्रेस वार्ता में कहा कि अमेरिकी पक्ष का कथन शीतयुद्ध की मानसिकता और विचारधारा के पक्षपात से भरा है, जिसने चीन पर निराधार आरोप लगाया और चीन तथा लैटिन अमेरिकी देशों के संबंधों में फूट डालने की कोशिश की और चीन के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप किया और चीन के वैध हितों को नुकसान पहुंचाया. चीन ने अमेरिका के समक्ष गंभीरता से यह मामला उठाया है.

प्रवक्ता ने कहा कि चीन हमेशा पारस्परिक सम्मान, समानता, पारस्परिक लाभ, खुलेपन, समावेश, सहयोग व साझी जीत वाले सिद्धांतों का पालन कर लैटिन अमेरिकी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण सहयोग का विकास करता है.

अमेरिका अक्सर लैटिन अमेरिकी देशों और तीसरे पक्ष के सहयोग पर आरोप लगाता है और लैटिन अमेरिकी देशों का बुनियादी सम्मान नहीं करता. चीन और लैटिन अमेरिकी देशों का एक साथ आगे बढ़कर सहयोग बढ़ाने का आम रूझान अपरिहार्य है.

अमेरिका द्वारा चीन और लैटिन अमेरिका के सामान्य आदान-प्रदान व सहयोग को बाधित करना इस क्षेत्र की जनता की अभिलाषा के विपरीत है और निश्चय ही विफल होगा. चीन अपनी प्रभुसत्ता, सुरक्षा और विकास के हितों की डटकर सुरक्षा करेगा.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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