चीन ने ’14वीं पंचवर्षीय योजना’ के तहत मैंग्रोव निर्माण कार्य समय से पहले पूरा किया

बीजिंग, 28 जुलाई . मैंग्रोव को ‘तटीय रक्षक’ कहा जाता है और ये वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा हैं. सीपीसी केंद्रीय समिति के महासचिव शी चिनफिंग ने कहा कि दुर्लभ पौधों की सुरक्षा पारिस्थितिक पर्यावरण की सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. हमें विज्ञान का सम्मान करना चाहिए, अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए और मैंग्रोव की अच्छी तरह से रक्षा करनी चाहिए.

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से, चीन ने कई सकारात्मक कदम उठाए हैं और मैंग्रोव क्षेत्र में लगातार वृद्धि हुई है. चीन दुनिया के उन गिने-चुने देशों में से एक बन गया है, जहां मैंग्रोव क्षेत्र में शुद्ध वृद्धि हुई है, और चीन ने दुनिया को मैंग्रोव संरक्षण के लिए चीन की सफल योजना का योगदान दिया है.

चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि जून 2025 के अंत तक, पूरे चीन में 9,200 हेक्टेयर नए मैंग्रोव लगाए गए, जिससे ’14वीं पंचवर्षीय योजना’ के मैंग्रोव रोपण लक्ष्य को समय से पहले पूरा किया गया है.

चीन में मैंग्रोव का क्षेत्रफल 30,300 हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जिसमें इस सदी की शुरुआत से लगभग 38 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

गौरतलब है कि मैंग्रोव एक विशेष पारिस्थितिकी तंत्र है, जो जमीन से समुद्र की ओर फैलता है.

सीपीसी महासचिव शी चिनफिंग इनके संरक्षण पर बहुत ध्यान देते हैं और उन्होंने कई मौकों पर विशिष्ट निर्देश जारी किए हैं और स्पष्ट मांगें रखी हैं.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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