थाईवान की स्वाधीनता का असली चेहरा फिर से उजागर : चीन

बीजिंग, 23 जुलाई . चीनी राज्य परिषद के थाईवान मामला कार्यालय के प्रवक्ता छन पिनह्वा ने सोमवार को संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिए. इस मौके पर प्रवक्ता छन पिनह्वा ने कहा कि थाईवान क्षेत्र के लाई छांगत ने सार्वजनिक रूप से तथाकथित ‘ताइवानी विषयवस्तु की राष्ट्रीय पहचान’ का शोर मचाया. इससे फिर एक बार थाईवान की स्वाधीनता का उनका रुख और थाईवान की स्वाधीनता की कार्रवाई करने का उनका असली चेहरा उजागर हुआ है.

प्रवक्ता छन पिनह्वा ने कहा कि थाईवान चीन का एक भाग है. हालांकि, थाईवान जलडमरुमध्य के दोनों तटों का पुनरेकीकरण नहीं हुआ, लेकिन चीन की राष्ट्रीय प्रभुसत्ता और प्रादेशिक अखंडता कभी विभाजित नहीं हुई और विभाजित नहीं होगी. थाईवान कभी भी एक देश नहीं था और एक देश नहीं बन सकता.

छन पिनह्वा ने आगे कहा कि थाईवान जलडमरुमध्य के दोनों तट एक ही चीन के हैं. दोनों तटों पर रहने वाले सभी देशबंधु चीनी हैं. उनका खून एक जैसा है, संस्कृति और इतिहास भी. डेमोक्रेटिक प्रोग्रेस पार्टी इतिहास, तथ्य और लोकमत की अनदेखी कर थाईवान की स्वाधीनता पर कायम रहती है और एक चीन की नीति को स्वीकार नहीं करती.

इससे दोनों तटों के बीच संबंधों में तनाव आया और थाईवान जलडमरुमध्य की शांति व स्थिरता को नुकसान पहुंचा. दोनों तटों के देशबंधुओं को एकजुट होकर थाईवान की स्वाधीनता का विरोध करना चाहिए.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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