आठ वर्षों में बिना रुके, बिना झुके, बिना डिगे काम किया : मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, 15 जून . केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को राजधानी लखनऊ पहुंचे. इस दौरान गृहमंत्री और सीएम ने नवचयनित सिपाहियों को नियुक्ति पत्र दिया. इस मौके पर मौजूद मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आठ वर्षों में बिना रुके, बिना झुके, बिना डिगे काम किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों की भर्ती एवं नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम ऐसे समय में हो रहा है, जब प्रधानमंत्री मोदी के देश सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 11 वर्ष के कार्यकाल ने नए भारत के रूप में प्रत्येक भारतीय के जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी लोग यह ध्यान रखें कि ट्रेनिंग में जितना पसीना बहेगा, ड्यूटी पर उतना कम खून बहेगा. उन्होंने अच्छी पुलिस का उदाहरण बनने की सीख दी. चाहे दलित हो, पिछड़ा हो, महिला हो, पुरुष हो, आज सभी को बिना भेदभाव पुलिस भर्ती में मौका मिला है.

उन्होंने कहा कि पहले पैसा दिए बिना किसी का चयन नहीं हो सकता था. लेकिन, आज आरक्षण की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पारदर्शिता के साथ भर्ती की गई. हमने आठ साल में दो लाख से ज्यादा भर्ती की. आज हमने यूपी के अंदर ट्रेनिंग क्षमता की सुविधा को 60 हजार से अधिक कर दिया है. आठ वर्षों में डबल इंजन सरकार ने राज्य के युवाओं को साढ़े आठ लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी हैं. इसके जरिए उदाहरण पेश किया कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता क्या हो सकती है.

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज यूपी पुलिस बल में 60,244 युवाओं की भर्ती संपन्न हुई है. परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता के साथ भर्ती करके एक नया आयाम स्थापित किया है. आज शासन में हिस्सेदारी का लाभ गरीब, वंचित सभी को प्राप्त हो. यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है. आबादी की दृष्टि से यूपी सबसे बड़ा राज्य है, तो चुनौतियां भी अधिक थीं. लेकिन, आठ वर्षों में बिना रुके, बिना झुके, बिना डिगे काम किया. गरीब से गरीब परिवार का बेटा भी इस पुलिस भर्ती में शामिल हुआ. वे भी सिपाही बनकर उत्तर प्रदेश की जनता की सेवा में योगदान दे पाएंगे.

उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंच से संबोधित किया. उन्होंने नवनियुक्त सिपाहियों से पूछा कि क्या किसी ने आपसे एक रुपया लिया? सभी ने एक साथ जवाब दिया- नहीं. इसके बाद मौर्य ने कहा कि पहले की सरकारों में बिना घूस के नौकरी नहीं मिलती थी. जब हम उत्तर प्रदेश सरकार में नहीं थे, तो राज्य में गुंडागर्दी और हिंसा व्याप्त थी. आज आप ऐसे दौर में पुलिस सेवा में शामिल हुए हैं, जहां आपको अच्छी कानून-व्यवस्था और सुशासन मिलेगा. हम सबका एक ही संकल्प है- उत्तर प्रदेश की जनता की सुरक्षा, भ्रष्टाचार मुक्त भर्ती और ‘नकल माफिया’ से मुक्ति.

विकेटी/एएस