लखनऊ, 1 अक्टूबर . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वैश्विक स्तर पर देश और प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को लखनऊ में सम्मानित किया. इस दौरान सीएम योगी ने युवाओं और खिलाड़ियों को सफलता का मंत्र भी दिया.
लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार को खिलाड़ियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि युवा पीढ़ी के लिए आज स्मार्ट फोन सबसे बड़ी चुनौती बनकर उभरा है. यह युवाओं के समय और श्रम दोनों को प्रभावित करता है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को नशे से दूर रहना चाहिए, नशा नाश का कारण है, जो नशे की तरफ गया, वह जीवन में फिर किसी के लायक नहीं रह पाएगा.
सीएम योगी ने कहा कि युवा अपने आप को तैयार करें, उनकी सुविधाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार समुचित माहौल तैयार कर रही है. युवा खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं. इसके लिए प्रदेश के शहरों और गांवों में खेल की सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है. अच्छे प्रशिक्षण के साथ-साथ अच्छे प्रशिक्षक भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं. खेल के प्रति युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए सीएम योगी ने सम्मान समारोह में आए खिलाड़ियों की प्रेरक कहानी भी साझा की.
सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश का मान बढ़ाने वाले इन सभी खिलाड़ियों को 22.70 करोड़ रुपए की पुरस्कार सम्मान राशि वितरित की. इनमें सात पदक विजेता, ओलंपियन व पैरालंपियन और सात अन्य प्रतिभाग करने वाले ओलंपियन व पैरालंपियन मौजूद रहे. सम्मानित होने वाले पदक विजेताओं में प्रवीण कुमार, सुहास एलवाई, अजीत सिंह, प्रीति पाल, सिमरन, ललित उपाध्याय व राज कुमार पाल शामिल रहे.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रतियोगिता छोटी हो या बड़ी, वह खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती है. आज देश के अंदर खेल का माहौल बदला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए जो नियोजित प्रयास हुए हैं, उसका परिणाम आज सबके सामने है. ‘खेलो इंडिया अभियान’, ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ और ‘सांसद खेलकूद प्रतियोगिता’ ने पूरे देश के अंदर खेल के वातावरण को बदला है.
सीएम योगी ने कहा कि अब विश्वविद्यालय स्तर पर लीग और गांव स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं शुरू हो चुकी है, जिसने खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का प्लेटफार्म प्रदान किया है. प्रदेश के अंदर ‘एकलव्य क्रीड़ा कोष्ठ’ का गठन किया गया है. उत्तर प्रदेश के मेरठ में मेजर ध्यानचंद के नाम से पहले खेल विश्वविद्यालय का निर्माण भी किया जा रहा है. राज्य सरकार खिलाड़ियों को धनराशि आवंटित करने में पीछे नहीं है. युवा खेल जगत से जुड़ें और पदक हासिल कर देश और प्रदेश का नाम रोशन करें, इसके लिए प्रदेश का खेल विभाग उनके साथ है.
समारोह में मौजूद खिलाड़ियों से सीएम योगी ने आह्वान किया कि वैश्विक मंचों पर प्रदेश के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर अधिक से अधिक मेडल हासिल करें. प्रदेश सरकार ने खेलों में देश व प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को राजपत्रित अधिकारी बनाने का निर्णय लिया है. दो खिलाड़ी पुलिस उपाधीक्षक, दो नायब तहसीलदार, एक मालकर अधिकारी और दो खिलाड़ी जिला युवा कल्याण अधिकारी बनेंगे.
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विकेटी/एससीएच