नई दिल्ली, 29 नवंबर . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने अपनी जर्मनी और यूके यात्रा को लेकर कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य राज्य के युवाओं के लिए निवेश के नए अवसरों का निर्माण करना है. यात्रा का उद्देश्य राज्य के युवाओं के रोजगार, औद्योगिकीकरण और मध्य प्रदेश को देश और दुनिया के सामने एक मजबूत आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करना था. हमने पूरे समय का सदुपयोग किया. जर्मनी और यूके की यात्रा के बाद, मैं कह सकता हूं कि यह यात्रा हमारे टेक्नो-फ्रेंड ऊर्जावान, प्रतिभाशाली युवाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोल रही है.
उन्होंने शुक्रवार को म्यूनिख में अपने औद्योगिक प्रयोजन संबंधी यात्रा के अंतिम दिन स्थानीय मीडिया से चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस यात्रा में किए गए प्रयासों से उन्हें न केवल सफलता मिली, बल्कि समझने और सीखने का भी अवसर मिला. उन्होंने यात्रा के दौरान कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपनी टीम के सदस्यों और प्रदेशवासियों को बधाई दी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम एकजुट होकर अच्छी योजना बनाते हैं, तो परिणाम भी अच्छा होता है और हमें जर्मनी से यही मिल रहा है. जर्मनी और आगे बढ़ रहा है. मैं महसूस करता हूं कि वहां एक आंतरिक उत्साह है, जो उन्हें अपनी चुनौतियों से निपटने में मदद कर रहा है. जर्मनी अपनी तकनीक को अन्य देशों के साथ साझा करने और भविष्य की यात्रा में उसका विश्वास बनाने की दिशा में अग्रसर है. जर्मनी से उन्हें कई ऐसे प्रस्ताव मिले हैं, जिनसे मध्य प्रदेश को इस विश्वास के साथ आगे बढ़ने का मौका मिल रहा है कि राज्य अपनी पारंपरिक क्षमताओं के साथ नवीनतम तकनीकों का उपयोग कर सकता है.
उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह बड़ी बात है कि कृषि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), स्वास्थ्य, शिक्षा, नई तकनीक और भारी उद्योग क्षेत्रों में जर्मनी से हमें सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है. जर्मनी में हो रही तकनीकी प्रगति और उद्योगों में हो रहे नवाचारों को मध्य प्रदेश में लागू करने के लिए राज्य सरकार सक्रिय रूप से कदम उठा रही है.
उन्होंने आशा जताई कि राज्य के लिए यह यात्रा कई नए उद्योगों, तकनीकी सहयोग और रोजगार के अवसरों के द्वार खोलेगी. हमारा लक्ष्य प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराते हुए मध्य प्रदेश को देश और दुनिया के सामने सशक्त औद्योगिक ताकत के रूप में स्थापित करना है. प्रति पल-प्रति मिनट हमारा लक्ष्य प्रदेश के युवाओं को बेहतर रोजगार उपलब्ध कराना है. हमारे बौद्धिक संपन्न युवा ही नहीं, बल्कि प्रदेश के हर वर्ग के युवा को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा.
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि जर्मनी और यूके आर्थिक और तकनीकी रूप से साधन संपन्न देश हैं, उन्हें आवश्यकता है तो मैन पावर की. हमारे पास मैन पावर उपलब्ध है, तकनीकी रूप से दक्ष युवा है, दोनों को जोड़ने के लिए यदि जरूरत है तो भाषा की. लैंग्वेज प्रॉब्लम को दूर कर हम एक-दूसरे के पूरक के रूप में वर्क-फोर्स बनकर काम करेंगे.
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यकाल स्वर्णिम है. प्रधानमंत्री मोदी ग्लोबल लीडर हैं और उनके विजन से देश आगे बढ़ रहा है. उनके नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार में मध्य प्रदेश विकास की ओर अग्रसर है. जर्मनी हमारा मित्र देश है. दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के मध्य बेहतर समन्वय का हमें भी लाभ मिला है.
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एबीएम/