चैत्र नवरात्रि और हिंदू नववर्ष पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दी बधाई, भक्तों में उत्साह, पुख्ता व्यवस्थाएं

उज्जैन/दमोह/मैहर, 30 मार्च . चैत्र नवरात्रि का पहला दिन और हिंदू नववर्ष (विक्रम संवत 2082) रविवार को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. मध्य प्रदेश के उज्जैन से लेकर दमोह और मैहर तक मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. इस मौके पर प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने धर्म नगरी उज्जैन में हिंदू नववर्ष की शुरुआत पर प्रदेशवासियों को बधाई दी. उन्होंने क्षिप्रा नदी के दत्त अखाड़ा घाट पर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया और विक्रम ध्वज व गुड़ी पड़वा पर पूजन किया.

मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “आज सम्राट विक्रमादित्य द्वारा स्थापित विक्रम संवत का 2082वां वर्ष शुरू हुआ है. मैं सभी को मंगलकामनाएं देता हूं. यह वर्ष धूमधाम से मनाया जाए, सभी की मनोकामनाएं पूरी हों और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश-प्रदेश आगे बढ़े.”

पूरे प्रदेश में मंत्री, सांसद, विधायक और जनप्रतिनिधि नववर्ष के आयोजनों में शामिल हुए.

बुंदेलखंड के दमोह जिले में स्थित मां बड़ी खेरमाई मंदिर में सुबह 4 बजे से श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई और हजारों भक्तों ने माता के चरणों में जल अर्पित किया. इनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सभी शामिल हैं. यह मंदिर 100 साल से आस्था का केंद्र है. मान्यता है कि यहां हर भक्त की मनोकामना पूरी होती है और मां तीन रूपों में दर्शन देती हैं.

इस दौरान ड्यूटी पर तैनात एएसआई संतोष तिवारी ने बताया, “पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर 50 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात हैं, ताकि श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो. अभी भी भक्तों का आना जारी है.”

मैहर के मां शारदा मंदिर में चैत्र नवरात्रि के पहले दिन नौ दिवसीय मेला शुरू हो गया. सुबह 3 बजे मंदिर के पट खुले और 4 बजे पहली आरती हुई. शनिवार रात से ही भक्तों की कतार लगनी शुरू हो गई. मंदिर को 6 जोन में बांटा गया है और सुरक्षा के लिए 375 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें 4 डीएसपी भी शामिल हैं. पहली बार बाइक पेट्रोलिंग शुरू की गई है और 50 से अधिक ड्यूटी पॉइंट बनाए गए हैं.

मंदिर परिसर में कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां सीसीटीवी से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डॉक्टरों की टीमें तैनात हैं.

एसडीएम विकास सिंह ने को बताया, “पहले दिन डेढ़ लाख और पूरे नवरात्रि में 8 से 9 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. पार्किंग के लिए कई जगह व्यवस्था की गई है, हेलीपैड भी है. साफ-सफाई और रास्तों को चौड़ा किया गया है, ताकि जाम न लगे.”

मैहर में बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए व्हीलचेयर की सुविधा भी है. 70 साल से ऊपर के लोगों के लिए अलग व्यवस्था की गई है. दमोह और मैहर दोनों जगह भक्तिमय माहौल है. श्रद्धालु मां से सुख-समृद्धि की प्रार्थना कर रहे हैं. प्रशासन और पुलिस पूरे नवरात्रि में दो शिफ्टों में मुस्तैद रहेंगे, ताकि मेले में कोई असुविधा न हो.

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन आगर मालवा के विश्व प्रसिद्ध मां बगलामुखी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. भक्तों ने लंबी-लंबी कतारों में लगकर माता के दर्शन किए. नवरात्रि के दौरान मां बगलामुखी के दरबार में यज्ञ और दर्शन का खास महत्व है. मान्यता है कि महाभारत काल में पांडवों ने कौरवों पर जीत के लिए इसी जगह शत्रु विजय यज्ञ किया था. हर साल नवरात्रि में लाखों भक्त माता के दर्शन के लिए नलखेड़ा पहुंचते हैं. इस बार भी सुबह से ही मंदिर में भक्तों का सैलाब देखने को मिल रहा है.

मंदिर के पुजारी ने से बातचीत में बताया, “शासन-प्रशासन ने नवरात्रि के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. सुबह से भक्तों की भीड़ लगी है और लोग बड़े उत्साह के साथ दर्शन के लिए आ रहे हैं. दूर-दूर से श्रद्धालु माता का आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं. मंदिर परिसर में भक्ति का माहौल है और लोग मां से अपनी मनोकामनाएं मांग रहे हैं.”

चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल को रामनवमी तक होगी. इस बार यह 8 दिन की होगी. हिंदू नववर्ष और नवरात्रि का यह पर्व भक्ति और उत्साह का अनूठा संगम बना हुआ है.

एसएचके/एएस