मुख्यमंत्री माणिक साहा ने लॉन्च किया ‘विकसित त्रिपुरा 2047’ विजन डॉक्यूमेंट

अगरतला, 22 अगस्त . पूर्वोत्तर India में त्रिपुरा ऐसा पहला राज्य बन गया है, जिसने 2047 तक के विकास का रोडमैप तैयार कर लिया है. Chief Minister डॉ. माणिक साहा ने Friday को अगरतला के प्रज्ञा भवन में ‘विकसित त्रिपुरा 2047’ विजन डॉक्यूमेंट का औपचारिक शुभारंभ किया.

यह विजन डॉक्युमेंट Prime Minister Narendra Modi के ‘विकसित India 2047’ मिशन के अनुरूप है, जिसमें अगले 22 वर्षों के लिए आर्थिक विकास, सामाजिक सशक्तिकरण और सतत विकास के लक्ष्यों को तय किया गया है.

Chief Minister माणिक साहा ने कहा, “जैसे आत्मनिर्भर India की कल्पना की गई है, वैसे ही त्रिपुरा भी ‘आत्मनिर्भर त्रिपुरा’ की दिशा में आगे बढ़ रहा है. हम चाहते हैं कि राज्य का हर नागरिक खुद पर निर्भर बने. नवाचार और स्थानीय सशक्तिकरण के माध्यम से त्रिपुरा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्पेस टेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में India का नेतृत्व करे.”

सीएम साहा ने बताया कि राज्य Government बांग्लादेश सहित दक्षिण एशियाई देशों को वैल्यू-एडेड उत्पाद निर्यात करने की योजना बना रही है. इसके साथ ही वोकल फॉर लोकल अभियान के तहत स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता दी जा रही है.

सीएम साहा ने जानकारी दी कि 2023-24 में त्रिपुरा की जीएसडीपी में 14.21 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पूर्वोत्तर राज्यों में दूसरे स्थान पर है. प्रति व्यक्ति आय के मामले में भी त्रिपुरा ने दूसरा स्थान हासिल किया है.

वर्ष 2018 से लेकर अब तक राज्य Government ने 19,742 Governmentी नौकरियां दी हैं, और आउटसोर्सिंग व स्वरोजगार के जरिए भी रोजगार के अवसर बढ़ाए गए हैं.

शिक्षा के क्षेत्र में भी त्रिपुरा ने बड़ा मुकाम हासिल किया है. गोवा और मिजोरम के बाद त्रिपुरा देश का तीसरा राज्य बन गया है, जिसने पूर्ण साक्षरता प्राप्त की है. यूएलएलएएस न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम के तहत राज्य की साक्षरता दर बढ़कर 95.6 प्रतिशत हो गई है.

त्रिपुरा देश का पहला राज्य है, जहां ई-ऑफिस प्रणाली ग्राम पंचायत स्तर तक लागू हो गई है, जिससे प्रशासन में पारदर्शिता बढ़ी है.

Chief Minister जन आरोग्य योजना के तहत 4.26 लाख परिवारों को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा मिला है, जिनमें से 8,000 से अधिक मरीजों ने अब तक इसका लाभ उठाया है.

नल जल योजना के तहत 2018 में जहां सिर्फ 3 प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंचा था, वहीं अब यह आंकड़ा बढ़कर 86 प्रतिशत तक पहुंच गया है. अगले साल तक शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने की उम्मीद है.

राज्य में 6 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं सक्रिय हैं. इनमें से 1.08 लाख महिलाएं ‘लखपति दीदी’ बन चुकी हैं, जो अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने की प्रेरणा दे रही हैं.

Chief Minister ने कहा, “पीएम मोदी ने 2047 तक India को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य दिया है. देश का विकसित होना तब संभव है, जब हर राज्य विकसित हो. इसी सोच के साथ हमने ‘विकसित त्रिपुरा 2047’ का रोडमैप तैयार किया है, और पूर्वोत्तर क्षेत्र में हम इसमें सबसे आगे हैं.”

वित्त और योजना मंत्री प्रणजीत सिंह रॉय ने कहा कि यह विजन डॉक्यूमेंट गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के सशक्तिकरण के साथ-साथ गुड गवर्नेंस और निवेश-मैत्री नीतियों पर केंद्रित है.

वीकेयू/डीकेपी