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Ahmedabad, 10 नवंबर . Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने Gujarat की लोक कला और लोक संस्कृति के संरक्षक ‘पद्मश्री’ जोरावरसिंह जादव को श्रद्धांजलि अर्पित की. Chief Minister ने उनके परिजनों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की.
Ahmedabad स्थित Gujarat विश्वविद्यालय में Monday को जोरावरसिंह जादव के लिए प्रार्थना सभा रखी गई. राज्य के Chief Minister भूपेंद्र पटेल इस प्रार्थना सभा में उपस्थित थे और उन्होंने दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की.
Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “लोक साहित्य और लोक कला के क्षेत्र में Gujarat के रत्न जोरावरसिंह जादव की प्रार्थना सभा में उपस्थित होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दुख की घड़ी में उनके परिजनों के प्रति संवेदना. जोरावरसिंह जादव ने लोक कला और लोक साहित्य की अनेक ज्ञानवर्धक कृतियों का सृजन कर लोक संस्कृति को जीवित रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उन्होंने लोक कलाकारों को आगे बढ़ने के लिए एक उत्कृष्ट मंच भी प्रदान किया. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें.”
प्रार्थना सभा में बड़ी संख्या में लोक कलाकार, लेखक, नगरवासी और उनके प्रशंसक भी उपस्थित रहे. सभी ने जोरावरसिंह जादव को श्रद्धांजलि दी.
जोरावरसिंह जादव का Friday को शहर में निधन हुआ था. पद्मश्री से सम्मानित जादव 85 वर्ष के थे.
एक लेखक और शोधकर्ता होने के साथ-साथ, जोरावरसिंह जादव लोक कला और लोक कलाकारों के जीवंत संरक्षक थे जिन्होंने Gujarat की धरती को जीवंत बनाए रखा. आकरू गांव से शुरू हुई लोक कला संवर्धन की उनकी अनूठी यात्रा Gujarat के सांस्कृतिक इतिहास का एक अनूठा अध्याय है.
उन्होंने लोक कलाओं पर 110 से अधिक पुस्तकों के जरिए Gujarat की जीवंत लोक कला, लोक जीवन और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य धरोहर बनाया.
जोरावरसिंह जादव को साल 2019 में India Government की ओर से ‘पद्मश्री’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वे संगीत नाटक अकादमी के उपाध्यक्ष भी रहे.
इसके अलावा, उन्होंने Gujaratी लोक संग्रहालय ‘विरासत’ का निर्माण भी करवाया, जिसका उद्घाटन Chief Minister भूपेंद्र पटेल ने किया.
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डीसीएच/