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रांची, 30 अक्टूबर . Jharkhand में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के पूर्व मतदाताओं की पैतृक मैपिंग की प्रक्रिया शुरू की जा रही है. इसके लिए वर्ष 2003 की वोटर लिस्ट को आधार माना गया है. मौजूदा मतदाताओं के नाम का मिलान इस वोटर लिस्ट से किया जाएगा.
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने Thursday को सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारियों, कंप्यूटर ऑपरेटरों और हेल्प डेस्क मैनेजरों के साथ समीक्षा सह प्रशिक्षण बैठक की. उन्होंने कहा कि पैतृक मैपिंग इसलिए कराई जा रही है ताकि मतदाताओं को एसआईआर के दौरान न्यूनतम दस्तावेज प्रस्तुत करने पड़ें.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर तथा शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर पैतृक मैपिंग के लिए विशेष कैंप आयोजित किए जाएं. इन कैंपों में संबंधित मतदान केंद्रों के सभी बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए.
उन्होंने कहा कि बीएलओ वर्ष 2003 की मतदाता सूची से वर्तमान सूची के मतदाताओं की भौतिक रूप से मैपिंग करें और सभी सत्यापित आंकड़े बीएलओ ऐप पर अपलोड करें.
के रवि कुमार ने कहा कि कैंप स्थलों पर हाई स्पीड इंटरनेट और पर्याप्त संख्या में कंप्यूटर ऑपरेटरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. उन्होंने इसे एसआईआर अभियान के लिए अत्यंत आवश्यक बताया. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने ईसीआईनेट पोर्टल पर उपलब्ध ‘बुक ए कॉल विथ बीएलओ’ सुविधा की समीक्षा करते हुए कहा कि इस सुविधा के तहत मतदाता अपने बीएलओ से ऑनलाइन संपर्क कर सकते हैं, लेकिन राज्य में इस पर बीएलओ का रिस्पॉन्स कम देखा जा रहा है.
उन्होंने निर्देश दिया कि इस सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए और प्राप्त कॉल्स पर समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित हो. समीक्षा बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, उप निर्वाचन पदाधिकारी धीरज ठाकुर, अवर निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार सहित सभी जिलों के उप निर्वाचन पदाधिकारी, कंप्यूटर ऑपरेटर और हेल्प डेस्क मैनेजर ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए.
–आईईएएनएस
एसएनसी/डीकेपी