स्वच्छ भारत मिशन के तहत बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन की बदली तस्वीर, स्थानीय लोगों ने जताई खुशी

बक्सर, 28 सितंबर . स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार की ओर से चलाया गया सबसे महत्वपूर्ण अभियान में से एक है. साल 2014 में दो अक्टूबर को देशभर में व्यापक स्तर पर शुरू स्वच्छ भारत मिशन अभियान आज जन जागरूकता और जनभागीदारी का विषय बन गया है. इसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.

अगले महीने दो अक्टूबर को इस अभियान के दस साल पूरे हो जाएंगे. ऐसे में हम आपको बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन की बदलती तस्वीर की कहानी बताने वाले हैं, जहां बड़े पैमाने पर बदलाव देखा गया है. किसी भी शहर में सबसे भीड़भाड़ वाला स्थान उस शहर का रेलवे स्टेशन ही माना जाता है. जहां हर रोज हजारों लोग आवाजाही करते हैं. ऐसे में बक्सर रेलवे स्टेशन पर दस साल के मुकाबले काफी साफ सफाई देखी जा रही है.

बक्सर रेलवे स्टेशन के इन्क्वायरी स्टाफ सुहैल अख्तर ने कहा कि रेलवे स्‍टेशन पर पहले से बहुत बेहतर तरीके से सफाई का काम चल रहा है. समय-समय पर साफ सफाई की जांच भी होती है. सफाई अभियान को लेकर हम जनता को जागरूक भी करते है. वहीं सफाई को लेकर यात्री गण की सजगता भी देखने को मिलती है. सफाई अभियान आज के समय में जन जागरूकता का विषय बन गया है. हम लोग भी इस अभियान को सफल बनाने के लिए समय-समय पर घोषणा करते रहते हैं.

भाजपा नेता धनंजय राय ने कहा कि, बक्सर रेलवे स्टेशन पर नियमित तौर पर साफ-सफाई हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सफाई अभियान काफी सफल रहा है. मौजूदा समय में यहां रेलवे स्टेशन पर दिन में दो से तीन बार सफाई हो रही है. 2014 के पहले साफ सफाई के नाम पर कुछ नहीं होता ही नहीं था, लेकिन आज तस्वीर पूरी तरह से बदल गई है.

वहीं, स्थानीय शख्स पंकज का कहना है कि बक्सर रेलवे स्टेशन ने स्वच्छता की वजह से अपनी एक अलग पहचान बनाया है. पहले कचरे का अंबार लगा रहता था, आज के समय में साफ सफाई दिख रही है. हर जगह कूड़ेदान की व्यवस्था है, जो आम जनता के लिए सुलभ है. मैं लोगों से अपील करना चाहूंगा कि कचरा कूड़ेदान में ही डालें और साफ-सफाई का ख्याल रखें.

एक अन्‍य स्थानीय निवासी सुरेश प्रसाद का कहना है कि, स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत बक्सर रेलवे स्टेशन पर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. यहां हर समय सफाई देखने को मिलती है. पहले की अपेक्षा सफाई को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है. मेरा मानना है कि पीएम मोदी के नेतृत्व में यह अभियान काफी हद तक सफल साबित हुआ है.

एकेएस/