चुनावी हिंसा पर चंद्रबाबू नायडू ने निर्वाचन आयोग से की हस्तक्षेप की मांग

अमरावती, 19 मार्च . आंध्र प्रदेश में बढ़ती चुनावी हिंसा पर सख्त रूख अख्तियार करते हुए तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव आयोग से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.

उन्होंने कहा कि राज्य में जारी चुनावी प्रक्रियाओं के बीच वायएसआरसीपी हिंसा को बढ़ावा दे रही है.

नायडू ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी चुनावी हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं. उन्हें सत्ता खोने का डर है. 50 दिनों के भीतर वो सत्ता गंवाने वाले हैं.

नायडू ने कहा कि वायएसआरसीपी के गुंडे टीडीपी कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं.

इस बीच उन्होंने बीते दिनों टीडीपी कार्यकर्ताओं की हुई हत्या का जिक्र किया.

हाल ही में चिलकलुरिपेट में आयोजित प्रजा गलाम बैठक में भाग लेने के कारण गिद्दलूर विधानसभा क्षेत्र के गाडीकोटा के मुलैय्या की बेरहमी से हत्या कर दी गई, जबकि एलेगेड्डा क्षेत्र के चगलामरी के 21 वर्षीय इमाम हुसैन की भी बेरहमी से हत्या कर दी गई. टीडीपी कार्यकर्ता की कार को भी आग के हवाले कर दिया गया.

उन्होंने मांग की कि पुलिस मामले में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई करे. उन्होंने इस हत्या की निंदा की है.

उन्होंने आश्वासन दिया कि टीडीपी प्रभावित परिजनों के साथ है. चंद्रबाबू ने आशंका जताई कि प्रकाशम, नानदयाल और पलनाडु जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सत्तारूढ़ पार्टी के इशारों पर नाच रहे हैं. उन्होंने कहा कि एसपी के समर्थन से वाईएसआरसीपी के गुंडे अपने-अपने इलाकों में उपद्रव मचा रहे हैं.

चंद्रबाबू नायडू ने कहा, “प्रदेश में चुनाव आचार संहिता लागू है, ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि पुलिस-प्रशासन कानून-व्यवस्था की समीक्षा करे और चुनावी हिंसा पर अंकुश लगाने की दिशा में कार्रवाई करे.”

175 सदस्यीय आंध्र प्रदेश विधानसभा और राज्य की सभी 25 लोकसभा सीटों के लिए एक साथ चुनाव 13 मई को होने हैं.

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