नई दिल्ली, 12 सितंबर . चंडीगढ़ के सेक्टर-10 स्थित एक कोठी पर ग्रेनेड हमले से जुड़े मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. शक की सुई हरविंदर सिंह रिंदा और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पचिया की तरफ है. पचिया के बारे में जांच एजेंसियां दावा कर रही हैं कि वह अमेरिका से बैठकर पंजाब को दहलाने की साजिश रच रहा है. उसके पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का दिमाग होने की बात भी कही जा रही है.
दरअसल, कुछ दिनों पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के आला अधिकारियों के साथ बैठक की थी. बैठक में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की सुरक्षा को लेकर बातचीत हुई. इसमें देश की सीमा के पार बैठे टेरर हैंडलर्स को लेकर भी चर्चा किए जाने की बात सामने आई.
सूत्रों की मानें तो चर्चा के दौरान हरविंदर सिंह रिंदा और हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पचिया का नाम प्रमुखता से लिया गया. इन दोनों का नाम 11 सितंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-10 स्थित एक कोठी पर ग्रेनेड हमले में भी सामने आया है. इस खुलासे से एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं.
हैप्पी पचिया के अमेरिका में होने की बात कही जा रही है. वहां से पचिया पंजाब को दहलाने की साजिश रच रहा है और उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का भी समर्थन हासिल है.
हरिवंदिर सिंह रिंदा ने हैप्पी पचिया के साथ मिलकर नया सिंडिकेट बनाया है. यह सिंडिकेट आतंकी मॉड्यूल तैयार कर रहा है. इस सिंडिकेट का काम पंजाब में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाना है. दूसरी तरफ, खतरे का अंदेशा भांपते हुए पंजाब पुलिस ने रिंदा-पचिया के सिंडिकेट पर एक्शन भी लिया है.
एक अधिकारी ने बताया था कि पंजाब पुलिस ने अगस्त 2023 से 30 अगस्त 2024 तक लगभग आठ आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया. अधिकारी ने बताया, “उसके समूह के लगभग 35 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और रिंदा-पचिया नेटवर्क से जुड़े 546 व्यक्तियों को वेरीफाई किया गया.”
एनआईए के मुताबिक, 2023 में हैप्पी पचिया ने पंजाब में आतंकी मॉड्यूल खड़ा करने के लिए रिंदा के साथ मिलकर काम किया. वह 2021 में मानव तस्करी नेटवर्क की मदद से अमेरिका में दाखिल हुआ था.”
वहीं, अमेरिका स्थित आतंकवादी हरप्रीत सिंह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) समर्थित आतंकी मॉड्यूल का सदस्य है. कुख्यात रिंदा के पाकिस्तान में होने की बात सामने आई है. वह 2008 और 2019 में पंजाब समेत कई स्थानों पर हुई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है. उसने 2019 में पाकिस्तान में शरण ली और बीकेआई का सक्रिय सदस्य बन गया. इस ग्रुप को आईएसआई का समर्थन भी प्राप्त है.
इससे पहले रिंदा के लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा के साथ मिलकर काम करने की बात सामने आई थी. खुफिया एजेंसियों की मानें तो अब दोनों आतंकवादियों ने साथ काम करना बंद कर दिया है. हरविंदर सिंह रिंदा ने हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पचिया के साथ काम करना शुरू कर दिया है. दोनों में अलगाव की वजह लांडा की खालिस्तान परस्त सोच और रिंदा की भारत में नशे के कारोबार को बढ़ाने में दिलचस्पी बताई गई.
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एबीएम/एकेजे