केंद्र सरकार ने ली अन्नदाताओं की सुध, सम्मान निधि से मिल रही मदद

गुना, 28 जुलाई . केंद्र सरकार की कई योजनाएं अन्नदाताओं की मदद कर रही हैं. इसी में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भी शामिल है. यह किसानों के लिए आर्थिक और कृषि क्षेत्र में सशक्तीकरण का एक महत्वपूर्ण साधन बन रही है. इस योजना के तहत किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जो 2,000 रुपए की तीन समान किश्तों में सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की जाती है.

यह राशि छोटे और मझोले किसानों को खेती से संबंधित प्रारंभिक खर्चों जैसे खाद, बीज, गुड़ाई और जुताई में सहायता प्रदान करती है. योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है.

मध्य प्रदेश के गुना जिले की बमोरी तहसील के ग्राम झागर के किसान गोपाल किरार ने बताया कि इस योजना ने उनकी आर्थिक समस्याओं को कुछ हद तक कम किया है. किसान सम्मान निधि के पैसे से हम कृषि सामग्री खरीदते हैं, जिससे खेती में कई प्रकार की सहायता मिलती है.

गोपाल जैसे कई किसानों के लिए यह योजना आर्थिक संकट के समय एक बड़ा सहारा बन रही है. इसी गांव के एक अन्य किसान लक्ष्मण किरार ने बताया कि योजना की राशि से खाद और बीज खरीदने में मदद मिलती है. खेती के शुरुआती खर्चों के लिए यह राशि बहुत उपयोगी है. इससे हमें आर्थिक तंगी से जूझना नहीं पड़ता.

यह योजना छोटे किसानों को न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि उनकी खेती को अधिक उत्पादक बनाने में भी मदद करती है. बमोरी तहसील के ग्राम सुजाखेड़ी के किसान मोहर सिंह धाकड़ इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच का परिणाम मानते हैं.

उन्होंने कहा कि यह योजना छोटे और गरीब किसानों के लिए बहुत लाभकारी है. पहले हमें बिचौलियों से उधार लेना पड़ता था, लेकिन अब इस राशि से उधार की जरूरत कम हो गई है. पहले समय पर बीज और खाद खरीदने के लिए पैसे की कमी के कारण फसल की बुवाई में देरी होती थी, लेकिन अब इस योजना की सहायता से समय पर खेती-बाड़ी हो रही है. इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है, बल्कि बिचौलियों पर निर्भरता भी घटी है.

ग्राम झागर के किसान जितेंद्र किरार ने योजना को कम जमीन वाले किसानों के लिए वरदान बताते हुए कहा कि इस योजना की किश्तों से हमारी खेती से जुड़ी जरूरतें पूरी हो रही हैं. यह छोटे किसानों के लिए बहुत बड़ा सहारा है.

वहीं, ग्राम धाननखेड़ी के किसान रघुवीर धाकड़ ने सुझाव दिया कि सरकार को इस योजना की राशि बढ़ानी चाहिए ताकि किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार किया है, बल्कि ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान की है. यह योजना छोटे और मझोले किसानों के लिए वरदान है, जो उनकी खेती और जीवन को बेहतर बनाने में सहायक है.

एकेएस/एबीएम