रांची, 29 अक्टूबर . ईडी ने शराब घोटाला केस में मंगलवार को झारखंड में कई ठिकानों पर रेड की, जिसमें सीनियर आईएएस विनय चौबे सहित कई अफसरों के ठिकाने शामिल हैं. ईडी की कार्रवाई को लेकर अब जेएमएम नेता मनोज पांडेय ने प्रतिक्रिया दी है.
जेएमएम नेता मनोज पांडेय ने से बातचीत में कहा, “हम लोगों को पहले से ही अंदेशा था कि जैसे-जैसे चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी. इसी तरह की कार्रवाई प्रदेश में की जाएगी. दिल्ली में एक तानाशाही सरकार बैठी है, वह अब राजनीतिक रूप से परास्त हो रही है. इसलिए वह इस तरह के हथकंडे अपना रही है.”
उन्होंने आगे कहा, “पिछले लोकसभा चुनाव में आपने देखा होगा कि किस तरह उन्होंने हमारे नेता को पांच महीने के लिए जेल भेजा था. कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा था कि कोई मामला नहीं बनता है. अब जिस तरह से प्रदेश में कार्रवाई हो रही है, वो केंद्र सरकार के इशारे पर की जा रही है. देश में जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है. मुझे लगता है कि आजाद भारत में शायद ही पहले ऐसा कभी हुआ हो.”
जेएमएम नेता मनोज पांडेय ने आगे कहा, “चुनाव के समय ऐसी कार्रवाई करके केंद्र सरकार क्या मैसेज देना चाहती है? मुझे स्पष्ट रुप से लगता है कि केंद्र के इशारे पर ही ऐसा किया जा रहा है. जांच एजेंसियों की कार्रवाई के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है.”
शराब घोटाले के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने झारखंड के सीनियर आईएएस विनय चौबे और एक्साइज डिपार्टमेंट के संयुक्त सचिव गजेंद्र सिंह के आवासों और उनके करीबियों के ठिकानों पर मंगलवार सुबह छापेमारी की है.
शराब घोटाले का यह मामला छत्तीसगढ़ और झारखंड दोनों राज्यों से जुड़ा है. इसे लेकर छत्तीसगढ़ के एंटी करप्शन ब्यूरो और आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पिछले महीने सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. इसमें झारखंड के एक्साइज डिपार्टमेंट के तत्कालीन सचिव विनय चौबे और संयुक्त सचिव गजेंद्र सिंह सहित सात लोगों को आरोपी बनाया गया था.
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एफएम/जीकेटी