महाशिवरात्रि के अवसर पर सीडीएस चौहान ने पद्मनाभ स्वामी मंदिर में की पूजा

नई दिल्ली, 26 फरवरी . महाशिवरात्रि के अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने दक्षिण भारत में भगवान श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की.

मंदिर प्रशासन से जुड़े लोगों के मुताबिक, इस दौरान जनरल चौहान के साथ उनकी पत्नी भी मौजूद रहीं. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बुधवार को सुबह 7 बजे मंदिर पहुंचे और भगवान श्री पद्मनाभ स्वामी के दर्शन किए.

भगवान श्री पद्मनाभ स्वामी मंदिर में पूजा एवं दर्शन के समय जनरल चौहान के साथ दक्षिणी वायु कमान के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.

पूजा के उपरांत जनरल चौहान को मंदिर प्रशासन की ओर से एक कैलेंडर और भगवान पद्मनाभ स्वामी की तस्वीर भेंट की गई.

जनरल चौहान दक्षिणी वायु कमान के मुख्यालय में एक सेमिनार में भाग लेने के लिए तिरुवनंतपुरम में थे. यहां दक्षिणी वायु कमान मुख्यालय ने सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज (सीएपीएस) के सहयोग से “वायु और नौसेना बलों में समन्वय : हिंद महासागर क्षेत्र में लड़ाकू शक्ति को बढ़ाना” विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया था.

25 फरवरी को हुए इस कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान मुख्य अतिथि थे. अपने संबोधन में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने उभरते वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में तैयारियों और सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित किया था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की खास भौगोलिक स्थिति समुद्री क्षेत्र को रणनीतिक हित के लिहाज से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बनाती है.

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय हितों की रक्षा और क्षेत्र में प्रतिरोध सुनिश्चित करने के लिए वायु और नौसेना शक्ति का एकीकरण आवश्यक है. उन्होंने कहा कि तकनीकी प्रगति, रणनीतिक साझेदारी और संयुक्त परिचालन अभ्यास भारत की रक्षा स्थिति को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

यहां हुई चर्चाओं में आधुनिक हवाई-समुद्री युद्ध रणनीतियों, समुद्री सुरक्षा में मानव रहित प्रणालियों की भूमिका और रक्षा तैयारियों पर बदलती भू-राजनीतिक स्थितियों के प्रभाव को शामिल किया गया.

इस कार्यक्रम ने अंतर-सेवा सहयोग को बढ़ावा देने और हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीतिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता की पुष्टि की.

जीसीबी/एबीएम