रांची, 4 मई . सीबीआई ने झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (जेपीएससी) परीक्षाओं में गड़बड़ी के मामले में शनिवार को रांची स्थित सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट फाइल की है. इसमें कुल 37 लोगों को आरोपी बनाया गया है. इनमें जेपीएससी के पूर्व चेयरमैन दिलीप प्रसाद एवं आयोग के अन्य सदस्यों और जेपीएससी परीक्षाओं के जरिए अफसर बने लोग शामिल हैं.
झारखंड हाईकोर्ट ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान वर्ष 2012 में इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी. 12 साल से भी ज्यादा समय से चल रही यह जांच अब तक पूरी नहीं हुई थी.
जांच में देरी को लेकर झारखंड हाईकोर्ट ने कई बार सीबीआई से जवाब तलब किया है. जांच एजेंसी ने इस मुद्दे पर कई बार स्टेटस रिपोर्ट भी दाखिल किया है.
बुद्धदेव उरांव नामक व्यक्ति ने जेपीएससी फर्स्ट एवं सेकेंड बैच की परीक्षाओं में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए 2008 में हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की थी. प्रथम सिविल सेवा में 62 अभ्यर्थियों का चयन हुआ था, जबकि द्वितीय सिविल सेवा में 172 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए थे. लेक्चरर नियुक्ति परीक्षा में 751 अभ्यर्थी हुए थे सफल.
जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने इन परीक्षाओं की सीबीआई जांच करने का निर्देश दिया था. इसके साथ ही नियुक्ति पर ही रोक लगा दी थी. इसके बाद सरकार और मुकदमे से प्रभावित अभ्यर्थियों ने सुप्रीम कोर्ट की शरण ली थी, जहां से अभ्यर्थियों को राहत मिली थी. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश को बरकरार रखा था.
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एसएनसी/