नासिक, 10 अगस्त . केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र के नासिक के इगतपुरी से संचालित एक फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का भंडाफोड़ किया है. सीबीआई ने साइबर धोखाधड़ी में शामिल 5 आरोपी पकड़े हैं, जिनके पास से 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन, सोना, लग्जरी कारें और भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई है.
सीबीआई ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि एजेंसी ने 8 अगस्त को साइबर फ्रॉड मामले में Mumbai के 6 आरोपियों के साथ-साथ कुछ अज्ञात निजी व्यक्तियों और बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. First Information Report में आरोप है कि आरोपियों ने आपस में और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ आपराधिक साजिश रची. उन्होंने अमेजन सपोर्ट सर्विसेज कॉल सेंटर के रूप में एक फर्जी कॉल सेंटर बनाया. इसके बाद, पिशिंग कॉल व भ्रामक कॉल करके लोगों से वित्तीय धोखाधड़ी की.
यह आरोपी अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों के नागरिकों को धोखा दे रहे थे. आरोपियों ने इन नागरिकों से गिफ्ट कार्ड्स और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से अवैध धन प्राप्त किया. यह कॉल सेंटर महाराष्ट्र के नासिक के इगतपुरी में स्थित है. आरोपियों ने लगभग 60 ऑपरेटर्स को भर्ती किया था, जिनमें डायलर्स, वेरीफायर्स और क्लोजर्स शामिल थे, जो इस अवैध कॉल सेंटर को चलाने में लगे थे.
सीबीआई की जांच में 44 लैपटॉप, 71 मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए हैं. साथ ही, 1.20 करोड़ रुपए की अवैध नकदी, 500 ग्राम सोना और लगभग 1 करोड़ रुपए से अधिक कीमत की 7 लक्जरी कारें भी जब्त की गई हैं. जांच में लगभग 5000 यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी (लगभग 5 लाख रुपए) और 2000 कनाडाई डॉलर के गिफ्ट वाउचर (लगभग 1.26 लाख रुपए) के लेन-देन का पता चला है.
जांच एजेंसी की छापेमारी के दौरान कॉल सेंटर में 62 कर्मचारी सक्रिय पाए गए, जो विदेशी नागरिकों को धोखा देने की प्रक्रिया में थे. अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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डीसीएच/