नई दिल्ली, 12 जून . केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने शिलांग विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और डीन को 3.43 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.
सीबीआई ने एक बयान में बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), गुवाहाटी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें शिलांग के नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी के जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर और स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के डीन, साथ ही गुवाहाटी का एक निजी व्यक्ति (एक फर्म का मालिक) शामिल हैं. इन्हें गुवाहाटी विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में 3.43 लाख रुपए की रिश्वत लेते समय गिरफ्तार किया गया.
सीबीआई ने 11 जून 2025 को एक सूचना के आधार पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था. शिकायत के अनुसार, निजी व्यक्ति ने प्रोफेसर और कुछ अज्ञात लोगों के साथ मिलकर भ्रष्टाचार और गैरकानूनी गतिविधियों में हिस्सा लिया. इस साजिश के तहत, प्रोफेसर को वैज्ञानिक उपकरणों, प्रयोगशाला सामग्री के लिए सप्लाई ऑर्डर देने और उनके बिलों को मंजूरी देने के बदले रिश्वत दी जा रही थी.
सीबीआई ने आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया और दोनों आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों को 12 जून को गुवाहाटी की सक्षम अदालत में पेश किया जाएगा. इसके अलावा, दो स्थानों पर तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं और एक अन्य स्थान पर तलाशी अभी जारी है.
इस मामले में आगे की जांच चल रही है.
इससे पहले, रिश्वतखोरी के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी और एक निजी व्यक्ति को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उनके कई ठिकानों पर छापेमारी भी की गई थी. इस दौरान सीबीआई ने लगभग 3.5 किलोग्राम सोना, दो किलोग्राम चांदी और करीब एक करोड़ रुपए की नकदी बरामद की.
2007 बैच के आईआरएस अधिकारी वर्तमान में नई दिल्ली के आईटीओ स्थित सीआर बिल्डिंग में करदाता सेवा निदेशालय में अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर कार्यरत थे. सीबीआई ने उनके खिलाफ 31 मई 2025 को मामला दर्ज किया था.
–
एफएम/