नीट-यूजी पेपर लीक में सीबीआई ने हजारीबाग में फिर दबिश दी, गेस्ट हाउस और स्कूल में हुई जांच

रांची, 25 जुलाई . नीट-यूजी पेपर लीक स्कैम में सीबीआई ने गुरुवार को हजारीबाग में एक बार फिर दबिश दी. दिल्ली और पटना से आई एजेंसी की टीम ने शहर के कटकमसांडी रोड स्थित राज गेस्ट हाउस की तलाशी ली. यहां से कई दस्तावेज एवं साक्ष्य जब्त किए गए हैं.

इस गेस्ट हाउस के संचालक राजकुमार उर्फ राजू सिंह को सीबीआई ने 15 जुलाई को ही गिरफ्तार किया था. इसके बाद 16 जुलाई को गेस्ट हाउस को सील कर दिया गया था. सीबीआई की अब तक की जांच में यह साफ हो चुका है कि पेपर लीक स्कैम का मेन सेंटर हजारीबाग ही था.

गुरुवार को सीबीआई की टीम इस स्कैम में संलिप्त रहे दो युवकों को अपने साथ लेकर दूसरी बार गेस्ट हाउस पहुंची, जहां करीब डेढ़ घंटे तक तलाशी और जांच की गई. इसके बाद टीम ने गेस्ट हाउस को फिर सील कर दिया.

इसके पहले बुधवार को सीबीआई की टीम पेपर चुराने के आरोपी पंकज और उसके एक सहयोगी को लेकर हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल पहुंची थी. टीम ने इन दोनों को साथ लेकर स्कूल के उस कमरे की तलाशी ली, जहां पेपर रखा गया था. सीबीआई टीम ने उनसे पेपर को चुराने के लिए अपनाई गई पूरी प्रक्रिया की जानकारी ली.

सीबीआई की ओर से सुप्रीम कोर्ट को पहले ही जानकारी दी गई थी कि नीट-यूजी का पेपर हजारीबाग के ओएसिस स्कूल स्थित सेंटर से चुराया गया था.

सूत्रों के अनुसार, चुराया गया पेपर 30 से 60 लाख रुपए लेकर पटना, गुजरात के गोदारा, महाराष्ट्र के लातूर और हजारीबाग में करीब 150 परीक्षार्थियों का उपलब्ध कराया गया और परीक्षा के पहले उन्हें प्रश्नों के उत्तर रटवाए गए.

इस मामले में सीबीआई ने बुधवार को एक आरोपी अविनाश उर्फ बंटी को गिरफ्तार किया था. बंटी ही वह शख्स है, जिसने सॉल्व किए गए पेपर को 16 मोबाइल के जरिए उन लोगों तक भेजा था, जिनसे भारी रकम वसूली गई थी. पेपर सॉल्व करने के लिए करीब एक दर्जन मेडिकोज को हायर किया गया था, जिन्हें हजारीबाग के राज गेस्ट हाउस में रुकवाया गया था.

इस मामले में गिरफ्तार की गई रिम्स, रांची की छात्रा ने स्वीकार किया है कि उसे पेपर सॉल्व करने के लिए हजारीबाग ले जाया गया था. सॉल्वर गैंग के अन्य सदस्यों के भी नीट-यूजी परीक्षा के पहले हजारीबाग में मौजूद रहने के साक्ष्य मिल चुके हैं.

एसएनसी/एबीएम