भाई-भतीजावाद और विश्वासघात: सोरेन परिवार झारखंड में सत्ता पर बना रहा है पकड़
झारखंड की राजनीति में दशकों से सोरेन परिवार का गहरा प्रभाव रहा है. 1973 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की स्थापना के बाद से, सोरेन परिवार एक प्रमुख शक्ति के रूप में उभरा. लेकिन हाल के वर्षों में उनकी सत्ता पर पकड़ कमजोर होती दिख रही है. कई विवादों ने उन्हें घेरा है, जिससे उनकी … Read more