‘खानदानी’ दुर्गा खोटे ने मजबूरी में तोड़ी परम्परा, प्रोफेशन से ज्यादा घर-बार से रहा प्यार
नई दिल्ली, 21 सितंबर . आत्मकथाएं चुप्पी तोड़ती हैं. ‘मी दुर्गा खोटे’ ने ऐसी ही चुप्पी तोड़ी. दुर्गा खोटे कौन? ‘मुगल ए आजम’ की जोधाबाई, बेटों की बेरुखी की शिकार मां और उस दौर की ग्रेजुएट जब महिलाओं का बाहर निकलना भी असभ्य माना जाता था. 22 सितंबर 1991 को फिल्मी पर्दे पर अपनी अदायगी … Read more