गोपबंधु दास: ओडिशा के रत्न, साहित्य, समाज और स्वतंत्रता के एक महान विचारक

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर . उड़ीसा (अब ओडिशा) की धरती से जन्मे गोपबंधु दास भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक अद्वितीय नायक थे, जिन्हें ‘उत्कल मणि’ (उड़ीसा का रत्न) के नाम से भी जाना जाता है. उनका जीवन न केवल राजनीतिक गतिविधियों और स्वतंत्रता के संघर्ष में समर्पित था, बल्कि समाज के उत्थान और शिक्षा के … Read more

रानी दुर्गावती : अतीत का गौरव और वर्तमानसमय की आदर्श

नई दिल्ली, 5 अक्टूबर . 5 अक्टूबर को रानी दुर्गावती का 500वां जन्मदिन है. उसका प्रेरक स्मरण इतने वर्षों के पश्चात भी मन को गौरवान्वित करता है. विद्यार्थी थे तो एक गीत कई बार गाया था – ‘दुर्गावती जब रण में निकली, हाथों में थी तलवारे दो, धरती कांपी आकाश हिला जब हिलने लगी तलवारें … Read more

शिक्षक दिवस 2024 : चुनौतियों के समाधान और शिक्षकों के सशक्तिकरण का समय

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर . दुनिया में शिक्षक न होते, तो हर किसी के पास सवाल होते लेकिन जवाब नहीं होते. ना हमें अपने सबक याद होते और न ही दुनिया के लीडर्स तैयार होते. शिक्षकों के बगैर ये दुनिया बड़ी खाली रह जाती. हमारे जीवन में ज्ञान का बीज बोकर हमारे मन को प्रेरित … Read more

भगवती चरण वर्मा : जीवन के ‘चित्र’ पर अपने लेख की अमिट छाप छोड़ने वाले “चित्रलेखा” के सृजनहार

नई दिल्ली, 4 अक्टूबर . जब हिंदी साहित्य में नवीनता और मौलिकता की धारा बह रही थी. उसी धारा के प्रवाह में एक ऐसा नाम उभरा जिसने शब्दों को जीवन दिया और भावनाओं को अमर कर दिया. भगवती चरण वर्मा, जो अपने युग की धड़कन को सुनते और अपने साहित्य में जीवन के गहरे अनुभवों … Read more

लाल बहादुर शास्त्री : जिनकी ‘दहाड़’ ने बदल दिया था अयूब खान का नजरिया

1 अक्टूबर . दो अक्टूबर भारत के ऐसे प्रधानमंत्री का जन्मदिन है, जिन्हें उनकी जीवटता, सादगी, उच्च आदर्श और शालीनता के लिए जाना जाता है. 5 फुट 2 इंच का कद और ऊंचे हौसलों वाले भारत के ये प्रधानमंत्री थे लाल बहादुर शास्त्री. भारत के दूसरे प्रधानमंत्री शास्त्री की आवाज का मजाक कभी पाकिस्तान के … Read more

विभाजन विभीषिका : आजादी की अग्नि परीक्षा, तारीख में कैद जीवन की सबसे भयानक त्रासदी

नई दिल्ली, 13 सितंबर . भारत की आजादी की तारीख 15 अगस्त 1947 थी. इस तारीख को भारतीय इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित किया गया है. इस तारीख के इर्द-गिर्द कुछ ऐसी घटनाएं भी घटी, जो भारत के इतिहास और वर्तमान के लिए काफी अहम हैं. उनमें से एक तारीख 13 सितंबर 1947 है. … Read more

स्वामी अग्निवेश : राजनीति से सामाजिक कार्यकर्ता तक ऐसा रहा इस भगवाधारी का जीवन

नई दिल्ली, 11 सितंबर . महात्मा गांधी, कार्ल मार्क्स और वैदिक धर्म की राह पर चलने वाले स्वामी अग्निवेश का जन्म आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में एक रूढ़िवादी ब्राह्मण परिवार में हुआ था. वह शुरू से ही कुछ अलग करने की चाहत रखते थे. बचपन में ही माता-पिता का साया सिर से उठने के बाद … Read more

झारखंड में कांस्टेबल की नौकरी की दौड़ में अब तक सात युवाओं की मौत, डेढ़ सौ बेहोश

रांची, 31 अगस्त . झारखंड में कांस्टेबल की नौकरी के लिए कराई जा रही दौड़ में युवाओं की सांसें टूट रही हैं. राज्य में एक्साइज डिपार्टमेंट में कांस्टेबल नियुक्ति के लिए अलग-अलग जिले में बीते आठ दिनों से दौड़ प्रतियोगिता कराई जा रही है. इसमें अब तक सात अभ्यर्थियों की मौत हो गई है, जबकि … Read more

तीन नई वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलने पर लोगों ने कहा थैंक्यू

नई दिल्ली, 31 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का उद्घाटन करने जा रहे हैं. ये ट्रेनें चेन्नई-नागरकोइल, मदुरै-बेंगलुरु और मेरठ-लखनऊ के बीच चलेंगी. तीन वंदे भारत ट्रेन शुरू होने से लोगों में काफी खुशी है. लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को थैंक्यू कहा है. मदुरै-बेंगलुरु के बीच … Read more

सरकारी कर्मचारियों को नेशनल पेंशन स्कीम को छोड़कर यूनिफाइड पेंशन स्कीम को क्यों अपनाना चाहिए?

नई दिल्ली, 29 अगस्त . केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने बीते हफ्ते यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) नाम से एक नई पेंशन स्कीम शुरू की. यह पेंशन स्कीम 2004 में लागू की गई नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) का अपडेटेड वर्जन है. 2004 में तत्कालीन भाजपा की अटल बिहारी वाजपेई सरकार ने नेशनल पेंशन स्कीम को … Read more