अंग्रेजी के चलते हमारी संस्कृति को नुकसान हुआ, भाषा में मिठास कम हुई : पंडित छन्नूलाल मिश्रा

नई दिल्ली, 3 अगस्त . “ऐ हवाओं मजारों पर रुक कर जाना, झुक कर जाना. लुट कर, मिट कर भी जाना, मस्ती में सोया है कोई दीवाना. ऐ हवाओं मजारों पर उनके रुक कर जाना झुक कर जाना”. शास्त्रीय संगीत के दिग्गज गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा का यह गीत-संगीत आज भी लोगों की जुबान पर … Read more