काज़ी नज़रुल इस्लाम: लेखनी में था भक्ति, प्रेम और विद्रोह का संगम, बांग्लादेश बना तो मिला राष्ट्रकवि का दर्जा
नई दिल्ली, 29 अगस्त . भक्ति, प्रेम और विद्रोह.. भले ही ये तीनों शब्द अलग-अलग हैं, लेकिन जब इनकी बात आती है तो सबसे पहले अगर किसी का जिक्र होता है तो वह हैं काज़ी नज़रुल इस्लाम. प्रसिद्ध बांग्ला कवि, संगीत सम्राट, संगीतज्ञ और दार्शनिक काज़ी नज़रुल इस्लाम की लेखनी ऐसी थी कि उनकी स्याही … Read more