शख्सियत शानदार : कश्मीर के दर्द को शब्दों में समेट दुनिया के सामने रखने वाले कलमनवीस जाकिर
नई दिल्ली, 31 अगस्त . इंसान आदिकाल से अपने मन की बात कहने को आतुर रहा है. इसके लिए उसने कभी चित्र बनाए, कभी कलम के भाव कागज पर रचे, तो कभी दीन-दुखियों की सेवा की. मन की व्याकुलता और संवदेनशीलता तब खूब पनपती है, जब उसे शांत और व्यवस्थित माहौल मिले. मन के ऐसे … Read more