पुण्यतिथि विशेष : ‘भोजपुरी के शेक्सपियर’ भिखारी ठाकुर, जिनकी रचनाएं अमर हैं
New Delhi, 9 जुलाई . ‘आवेला आसाढ़ मास, लागेला अधिक आस, बरखा में पिया रहितन पासवा बटोहिया…’ ये पंक्ति ‘भोजपुरी के शेक्सपियर’ भिखारी ठाकुर की अमर रचना ‘बिदेसिया’ की है, जो आज भी बिहार, झारखंड और पूर्वांचल के गांवों में गूंजती हैं. 10 जुलाई को उनकी पुण्यतिथि है, लोक कवि, नाटककार, गीतकार और समाज सुधारक … Read more