विश्व उर्दू दिवस: हिंदी की माटी पर भाषा का ‘उर्दू’ वाला श्रृंगार, आखिर आज की युवा पीढ़ी को क्यों पसंद आ रहा? जानिए मशहूर लेखकों की राय

New Delhi, 8 नवंबर . भाषा कोई भी हो उसकी समृद्धि का अंदाजा इस बात से लगाया जाता है कि वह भौगोलिक दृष्टि से कितने परिवेश तक सहज और सरल तरीके से प्रभाव छोड़ रही है. यही वजह है कि हिंदी और उर्दू जैसी भाषाएं अपनी सहजता और सरलता के साथ दुनिया के हर भौगोलिक … Read more

जनता की आवाज का शायर: अदम गोंडवी और ‘चमारों की गली’ का विद्रोह

Mumbai , 21 अक्टूबर . अदम गोंडवी, जिनका वास्तविक नाम रामनाथ सिंह था, हिंदी साहित्य के उन चुनिंदा कवियों में से एक हैं जिन्होंने अपनी तीखी और साहसी कविताओं के माध्यम से सामाजिक अन्याय, गरीबी, जातिवाद और Political भ्रष्टाचार को निशाना बनाया. उनका जन्म 22 अक्टूबर 1947 को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के अट्टा … Read more