जन्मदिन विशेष : जिनके शब्दों ने हिंदी साहित्य को दी नई दृष्टि, निर्भीक लेखिका मृदुला गर्ग की कहानी

New Delhi, 24 अक्टूबर . हिंदी साहित्य की दुनिया में मृदुला गर्ग एक ऐसा नाम है, जिन्होंने अपने लेखन से न सिर्फ परंपराओं को चुनौती दी बल्कि पाठकों को सोचने पर मजबूर किया. समान रूप से हिंदी और अंग्रेजी दोनों में लेखन करने वाली मृदुला गर्ग ने लगभग हर विधा में अपनी रचनात्मकता का परिचय … Read more

विशेष: पद्मश्री प्रो. दिगंबर हांसदा, संविधान का ‘ओलचिकी’ में किया अनुवाद, ‘संथाल’ की रहे सशक्त आवाज

रांची, 15 अक्टूबर . संथाली साहित्य के विमर्श में आत्मसम्मान और सांस्कृतिक चेतना केंद्र बिंदु में रहे हैं. Jharkhand के संथाल परगना में देवघर, गोड्डा, पाकुड़, साहिबगंज और दुमका जैसे जिले शामिल हैं, और यहां की शख्सियतों में डॉ. दिगंबर हांसदा किसी ‘पूज्य’ व्यक्तित्व से कम नहीं हैं. संथाली भाषा, साहित्य और संस्कृति को राष्ट्रीय … Read more