मुंबई नाइट्स : संजीव पालीवाल का यह उपन्यास जागती-इतराती मायानगरी के स्याह काले रंग और व्यवस्था की साजिश की पोल खोल  

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर . उपन्यास एक ऐसा शब्द जाल जिसके ताने-बाने को ऐसे बुना जाता है कि यह पाठक को अपने से स्वतः जोड़ ले. जिसके पन्नों पर छपे शब्द पाठक के मन के अंदर चित्रों का माध्यम तैयार करे. पाठक तब तक उसके जादू से अपने आप को वापस नहीं निकाल पाते हैं, … Read more