मध्य प्रदेश : घटिया कीटनाशक बेचने वाली तीन कंपनियों पर प्रकरण दर्ज

Bhopal , 20 अगस्त . Madhya Pradesh में लंबे अरसे से घटिया खाद, कीटनाशक और खेती रसायन बेचने की शिकायतें सामने आ रही थी. इसी क्रम में खरपतवार नाशक के नमूनों की जांच में उनके अमानक पाए जाने पर तीन कंपनियों के खिलाफ Police थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है.

बताया गया है कि नकली कीटनाशक के संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान को कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं. इसमें कहा गया था कि क्लोरीम्यूरॉन एथिल नामक हर्बिसाइड खरपतवार नाशक के उपयोग से सोयाबीन की फसलें खराब हुई हैं. Union Minister शिवराज सिंह के निर्देशों पर कृषि विभाग ने तत्काल कार्रवाई की और बाजार से खरपतवार नाशक के सैम्पल जब्त कर जांच की गई. जांच में हर्बिसाइड के नमूने घटिया पाए गए.

इस पर मध्यप्रदेश के 3 जिलों विदिशा, देवास और धार में डिफॉल्टर कंपनियों के खिलाफ First Information Report दर्ज की गई है. जिन क्षेत्रों में खराब हर्बिसाइड की बिक्री हुई है, वहां डीलरों के लाइसेंस भी रद्द किए गए हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने राज्य Governmentों को भी जब्त हर्बिसाइड के नतीजे आने तक लाइसेंस निलंबित करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही कंपनियों के बचे हुए स्टॉक की बिक्री पर भी रोक लगाने की बात कही गई है.

इससे पहले Tuesday को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बैठक में कहा था कि Madhya Pradesh में Chief Minister के कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने ऐसी व्यवस्था बनाई थी, जिसके बेहद सकारात्मक परिणाम मिले थे, ताकि समस्याओं के तत्काल और उचित निराकरण से ही किसानों में भरोसा कायम रहे.

उन्होंने कहा था कि किसानों की संतुष्टि ही हमारा मुख्य ध्येय है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह लगातार फील्ड में किसानों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सीधे सुन रहे हैं और उनके निराकरण का प्रयास कर रहे हैं. किसानों की तरफ से जो नकली खाद-बीज और कीटनाशक की समस्या बताई गई थी, उसके प्रति भी Union Minister शिवराज सिंह ने सख्त रवैया अपनाते हुए, इस संबंध में सख्त कानून बनाने की बात कही है. इस संबंध में वे सिलसिलेवार बैठक ले रहे हैं और वरिष्ठ अधिकारियों को आकस्मिक छापेमारी के लिए भी उन्होंने निर्देशित किया है.

Madhya Pradesh के रायसेन में जिस दवा के प्रयोग से किसान के खेत में फसल बर्बाद हुई और जहां शिवराज सिंह ने स्वयं निरीक्षण किया था, उस संबंध में भी First Information Report दर्ज करवाई गई है और कंपनी का लाइसेंस निलंबित करने के लिए केंद्र के कृषि विभाग ने राज्य Government से कहा है.

एसएनपी/एसके/एएस