ढाका, 31 जुलाई . बांग्लादेश के गोपालगंज में 16 जुलाई को हिंसा मामले में अवामी लीग और उसकी सहयोगी इकाइयों के 5,400 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है. इस First Information Report के साथ ही हिंसा से संबंधित दर्ज मामलों की कुल संख्या 13 हो गई है.
बांग्लादेश के प्रमुख दैनिक ढाका ट्रिब्यून ने एक पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया कि इस हालिया मुकदमे में अब तक सबसे अधिक आरोपियों को नामजद किया गया है. दर्ज 13 मामलों में कुल 1,134 लोगों की पहचान हो चुकी है, जबकि 14,500 अज्ञात बताए जा रहे हैं. इस मामले में गोपालगंज सदर थाने के इंस्पेक्टर ने 447 लोगों के खिलाफ नामजद और 5 हजार अन्य को आरोपी मानते हुए केस दर्ज किया है. इसकी पुष्टि थानाध्यक्ष मीर मो. सज्जादुर रहमान ने की.
First Information Report में दर्ज विवरण के अनुसार, आरोपियों पर राज्यविरोधी गतिविधियों, सरकारी कार्यों में बाधा डालने और सरकारी अधिकारियों को उनके कर्तव्यों के निर्वहन से रोकने के आरोप लगाए गए हैं. साथ ही यह भी कहा गया है कि आरोपियों ने जानलेवा हमला करने के इरादे से सुरक्षा बलों पर क्रूड बम (कॉकटेल) फेंके.
उल्लेखनीय है कि 16 जुलाई को जब एनसीपी का जुलूस गोपालगंज से मदारीपुर की ओर बढ़ रहा था, तभी उपद्रवियों ने उनके काफिले पर हमला कर दिया. इसके बाद हालात बेकाबू हो गए और प्रदर्शनकारियों तथा सुरक्षा बलों के बीच झड़पें शुरू हो गईं, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए. बाद में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा.
इस घटना के बाद लगातार विभिन्न चरणों में मामले दर्ज किए जा रहे हैं, जिनमें मुख्य रूप से अवामी लीग और उसकी छात्र इकाई बांग्लादेश छात्र लीग (बीसीएल) के कार्यकर्ताओं के नाम सामने आ रहे हैं. गोपालगंज बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान का जन्मस्थान है और ये हिंदू बहुल इलाका है.
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पीएसके/केआर