नई दिल्ली, 26 अप्रैल . ऑटोटेक प्लेटफॉर्म कार्स24 ने अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पुनर्गठन की कवायद के तहत करीब 200 कर्मचारियों की छंटनी की है.
प्री-ओन्ड वाहनों के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने कहा कि यह एक ‘कठिन क्षण’ है.
कार्स24 के सह-संस्थापक और सीईओ विक्रम चोपड़ा ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, “पिछले कुछ हफ्तों में हमें अपने करीब 200 साथियों से अलग होने का कठिन निर्णय लेना पड़ा है. प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति ने इस कंपनी को अपना समय, ऊर्जा और विश्वास दिया. यह बहुत मायने रखता है और हम वास्तव में उनके आभारी हैं.”
उन्होंने इस निर्णय को लागत कम करने की कवायद के रूप में खारिज करते हुए कहा, “टीम और संरचना को हमारे दीर्घकालिक लक्ष्यों के साथ संरेखित करने और जहां हमने ध्यान खो दिया है उसे ठीक करने के बारे में बताया.”
कार्स24 कई तरह की सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें पुरानी कारों की खरीद-बिक्री, फाइनेंसिंग, बीमा, ड्राइवर-ऑन-डिमांड शामिल है.
चोपड़ा ने आगे कहा कि पिछले कुछ महीनों में, “हमें एहसास हुआ कि कुछ प्रोजेक्ट्स को लेकर हमें उम्मीद से कम मिला. कुछ भूमिकाएं बहुत जल्दी जोड़ दी गईं. कुछ परिकल्पनाएं परीक्षण के दौरान सही साबित नहीं हुईं और कुछ मामलों में, हम उस तरह की वृद्धि या सीख नहीं दे पाए, जिसके लोग वास्तव में हकदार हैं.”
उन्होंने कहा कि इस समय दोबारा किसी छंटनी की गुंजाइश नहीं है, क्योंकि यह एक रोलिंग प्लान की शुरुआत न होकर एक विशिष्ट रीसेट था.
प्रभावित लोगों के लिए कंपनी रिज्यूमे और लिंक्डइन सहायता, मेंटरशिप, इमोशनल वेलनेस रिसोर्स और अपने नेटवर्क के भीतर ओपन रोल तक पहुंच प्रदान कर रही है.
ऑनलाइन प्री-ओन्ड कार रिटेलर प्लेटफॉर्म ने वित्त वर्ष 2024 में 498 करोड़ रुपए का घाटा दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2023 में यह 468 करोड़ रुपए था, जो 6.4 प्रतिशत की वृद्धि है.
कंपनी के वित्तीय आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023 में कंपनी के व्यय में सालाना आधार पर 23.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो वित्त वर्ष 2023 में 6,053 करोड़ रुपए से बढ़कर 7,461 करोड़ रुपए हो गई.
कंपनी की आय 25.1 प्रतिशत बढ़कर 6,917 करोड़ रुपए हो गई, जो वित्त वर्ष 2023 में 5,530 करोड़ रुपए थी.
कार बिक्री से आय पिछले वित्त वर्ष में 24 प्रतिशत बढ़कर 6,400 करोड़ रुपए हो गई, जो वित्त वर्ष 2023 में 5,164 करोड़ रुपये थी.
दिसंबर 2021 में कंपनी ने 3.3 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर 450 मिलियन डॉलर जुटाए. इसके प्रमुख निवेशकों में अल्फा वेव, सॉफ्टबैंक, टेनसेंट और डीएसटी ग्लोबल आदि शामिल हैं.
–
एसकेटी/