नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं कर सकते, वो बार-बार रंग बदलते हैं: माजिद मेमन

मुंबई, 3 जनवरी . एनसीपी(एसपी) के नेता माजिद मेमन ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, “नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं कर सकते हैं, क्योंकि वो बार-बार रंग बदलते हैं.”

एनसीपी(एसपी) के नेता ने से बातचीत के दौरान कहा कि अगर नीतीश कुमार एनडीए का दामन छोड़ इंडिया ब्लॉक में आते हैं तो उनका स्वागत होगा. इंडिया ब्लॉक में उनकी जरूरत है. नीतीश कुमार-चंद्रबाबू नायडू की वजह से केंद्र में मोदी सरकार चल रही है. अगर दोनों कदम पीछे कर लेते हैं तो मोदी जी बाहर हो जाएंगे.

मैं समझता हूं कि गठबंधन में किसी के शामिल होने की बात होती है तो उसका स्वागत किया जाता है. हालांकि, उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता. क्योंकि वह बार-बार रंग बदलते हैं. बिहार की अपनी राजनीति है अगर नीतीश आना चाहते हैं तो लालू प्रसाद को देखना होगा कि वह किन शर्तों पर उन्हें लेते हैं. इंडिया ब्लॉक में उन्हें क्या बनाया जाएगा. यह फैसले हम लोग नहीं लेते हैं.

माजिद मेमन की प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब हाल ही में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार को इंडिया ब्लॉक में आने के लिए ‘खुला ऑफर’ दिया था.

पीएम मोदी द्वारा अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर भेजे जाने पर एनसीपी(एसपी) के नेता माजिद मेमन ने कहा कि चादर चढ़ाने से सबका साथ सबका विकास की बात पूरी नहीं होती है. अगर सबका साथ सबका विकास की बात को पूरा करना है तो मुसलमानों को तवज्जो दें. आज की जनगणना के अनुसार. देश में हर सातवां हिन्दुस्तानी व्यक्ति मुस्लमान है. सदन में जगह नहीं दी गई. मुसलमानों का पावर से बाहर कर दिया गया है. आप मनमानी करना चाहते हैं. असुद्दीन ओवैसी मुद्दे उठाते हैं लेकिन अकेले पड़ने के कारण आवाज को दबा दिया जाता है.

पीएम मोदी को इस पर विचार करना चाहिए, जिस तरह से तमाम जगहों के नाम बदलकर हिन्दुओं के नाम पर किया जा रहा है. सारी सुविधाएं गैर-मुसलमानों को दिया जा रहा है.

दिल्ली में पीएम मोदी की 4500 करोड़ की योजना पर उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं, जनता को लॉलीपोप देकर बहका दिया जाता है. यह हमारी लोकत्रांतिक व्यवस्था की खामी है कि निष्पक्ष चुनाव नहीं होते हैं. कई लोगों के नाम काट दिए जाते हैं कई लोगों के नाम जोड़ दिए जाते हैं.

दिल्ली के चुनाव के वक्त अगर सरकार कुछ करती है तो हमें उसे नजरअंदाज कर देना चाहिए. यह एक मकसद के तहत किया जा रहा है कि जिससे जनता का वोट मिल जाए.

दिल्ली के चुनाव को लेकर भाजपा का पहला एजेंडा यही है कि हिन्दुत्व को प्रमोट किया जाए.

भाजपा के लोग यह भूल गए हैं कि उनकी प्राथमिकता यह होनी चाहिए कि लोगों के जीवन को कैसे सुधारा जाए. मोदी सरकार अपने मुद्दों से भटक गई है.

जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के हटने से 70 फीसदी आतंकवाद खत्म हुआ, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के इस बयान पर उन्होंने कहा कि अगर अमित शाह को लगता है कि धारा 370 हटाने से वहां पर सबकुछ ठीक हो गया है तो भाजपा वहां पर चुनाव क्यों हार गई. मुझे लगता है कि आतंकवाद को लेकर वहां के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सही जानकारी दे सकते हैं.

डीकेएम/