नई दिल्ली, 9 नवंबर . कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने शनिवार को से खास बातचीत की. उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा उनके देश में खालिस्तानी समर्थकों के मौजूद होने के कबूलनामे पर कहा कि अगर वह इस बात को जानते हैं तो उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए.
तारिक अनवर ने कहा, “अगर वह कनाडा में खालिस्तान समर्थकों के मौजूद होने की बात को स्वीकार कर रहे हैं तो उन्हें उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी करनी चाहिए. किसी भी अलगाववादी आंदोलन को बढ़ावा देना या उसकी हौसला अफजाई करना किसी भी देश के लिए उचित नहीं है. भारत और कनाडा के बीच अच्छे संबंध रहे हैं और अगर उस पर किसी तरह की आंच आती है तो यह ठीक बात नहीं है.”
तारिक अनवर ने झारखंड में हेमंत सोरेन के निजी सचिव के घर शनिवार को छापेमारी को लेकर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह भाजपा की पुरानी रणनीति है. जब से वह सत्ता में आई है विपक्ष को पंगु और परेशान करना चाहती है. आर्थिक रूप से हो या किसी और रूप में, वह सिर्फ विपक्ष को कमजोर करना चाहती है. अब जब चुनाव की प्रक्रिया चल रही है, इस बीच मुख्यमंत्री के निजी सचिव के यहां छापा पड़वा देना, एक तरह से डराना, खौफजदा करना और आतंकित करने वाली बात है. यह काम गैर-लोकतांत्रिक है और लोकतंत्र में इस तरह से विपक्ष को परेशान नहीं किया जाता है, वह भी चुनाव में. वोट के जरिए सरकार बदल दीजिए तो बात समझ में आती है, लेकिन चुनाव से पहले ईडी या सीबीआई का सहारा लेकर परेशान करना यही दर्शाता है कि भाजपा चुनाव हार रही है.
कांग्रेस नेता ने महाराष्ट्र में उलेमाओं द्वारा महा विकास अघाड़ी को समर्थन देने के लिए 17 शर्तें रखने पर कहा, “मैं सोचता हूं कि इन सबकी कोई आवश्यकता नहीं है. महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी का वक्फ बिल को लेकर स्टैंड पहले से बहुत स्पष्ट है. इस तरह से दबाव की राजनीति नहीं करनी चाहिए और किसी भी समुदाय को लेकर नहीं करनी चाहिए.
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एफएम/एकेजे