नई दिल्ली, 4 नवंबर . कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने सोमवार को से बातचीत की. उन्होंने कनाडा के ब्रैम्पटन हिंदू मंदिर और श्रद्धालुओं पर हुए हमले सहित अन्य मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी.
कांग्रेस सांसद ने कनाडा ब्रैम्पटन हिंदू मंदिर और श्रद्धालुओं पर हुए हमले पर कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है खासकर कनाडा जैसे प्रगतिशील और विकसित देश में, यहां ऐसी घटनाएं देखना, खासकर ऐसे देश से जो धर्मनिरपेक्ष होने का दावा करता है. उन्होंने कहा, स्थानीय प्रशासन और वहां के प्रधानमंत्री ने इस हमले की निंदा की है. हमें उम्मीद है कि कनाडा सरकार इन मुद्दों पर ध्यान देगी और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगी.
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने जमीयत प्रमुख अरशद मदनी की चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार से जेपीसी को लेकर की गई अपील पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मदनी साहब ने अपील की है, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि यह कितनी सफल होगी. हम यह भी मानते हैं कि यह उन लोगों के लिए परीक्षा की घड़ी है, जो खुद को धर्मनिरपेक्ष राजनीतिक दल कहते हैं. जेपीसी में उनका क्या रुख रहता है, उसके आधार पर उनकी असली मंशा सामने आ जाएगी.
पीडीपी के एक विधायक द्वारा आर्टिकल 370 हटाने के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा में प्रस्ताव लेकर आए हैं. इस पर जब उनसे प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा, पीडीपी का तो शुरू से इस पर स्टैंड रहा है. हालांकि विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी से बहुत ही कम विधायक चुन कर आए हैं. उनकी पार्टी के तरफ से प्रस्ताव लाया गया है. बाकी सरकार पर निर्भर करता है और दूसरे दल पर निर्भर करता है कि वह इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं या फिर विरोध करते हैं.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा झारखंड में भाजपा की सरकार बनने के बाद बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखाने और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा बांग्लादेश की प्रधानमंत्री को भारत में शरण देने के सवाल पर कांग्रेस सांसद ने कहा, सोरेन ने बिल्कुल सही कहा कि एक तरफ तो आप वहां के पूर्व प्रधानमंत्री को शरण दे रहे हैं, दूसरी तरफ बांग्लादेशियों को हटाने की बात करते हैं. अनवर ने कहा, गृहमंत्री से सवाल करना चाहते हैं कि ये घुसपैठिए आए तो कैसे आए. अगर आए हैं, तो यह आपकी विफलता है, क्योंकि केंद्र में 10 साल से आपकी सरकार है.
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डीकेएम/