रांची, 1 अगस्त . दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर हादसे के बाद रांची में भी जिला प्रशासन ने गुरुवार से कोचिंग सेंटरों की जांच का अभियान शुरू किया है. जिला प्रशासन की ओर से गठित स्पेशल टीम ने शहर के लालपुर, कांटा टोली और अन्य इलाकों में स्थित कोचिंग सेंटरों का औचक निरीक्षण किया तो कई तरह की गड़बड़ियां एक साथ सामने आईं.
यह पाया गया है कि ज्यादातर कोचिंग सेंटर में सुरक्षा नियमों की अनदेखी की जा रही है. कुछ सेंटर तो ऐसी जगहों पर चलाए जा रहे हैं, जहां किसी तरह का हादसा होने की स्थिति में स्टूडेंट्स के बाहर निकलने का मार्ग बेहद संकरा है.
कुछ कोचिंग सेंटर में फायर सेफ्टी इक्विपमेंट्स नहीं हैं तो कुछ में बिजली की वायरिंग खतरनाक स्थिति में है. एक-दो कोचिंग सेंटर बेसमेंट में भी चलाए जा रहे हैं. बिल्डिंग बायलॉज और पार्किंग के लिए निर्धारित नियमों का उल्लंघन प्रायः हर जगह देखा गया है.
रांची के एसडीएम की अगुवाई में चले इस जांच अभियान में सामने आई गड़बड़ियों की रिपोर्ट जिले के उपायुक्त को सौंपी जाएगी और उसके आधार पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने वाले सेंटर संचालकों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.
बताया गया कि जिला प्रशासन ने जांच के लिए कुल पांच टीमें गठित की हैं, जिसमें रांची नगर निगम और अग्निशमन विभाग के अफसर भी शामिल हैं. पिछले 20 वर्षों में रांची झारखंड-बिहार में कोचिंग सेंटर के हब के रूप में विकसित हुआ है. यहां छोटे-बड़े 250 से भी ज्यादा कोचिंग संस्थान चलाए जा रहे हैं.
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एसएनसी/एबीएम