नोम पेन्ह, 13 सितंबर . कंबोडियन प्रधानमंत्री हुन मानेट ने शांति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राज्य यह सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ जुड़ने के लिए तैयार है कि शांति, स्थिरता और साझा समृद्धि सभी के लिए स्थायी वास्तविकता बन जाए.
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से न्यूयॉर्क में आयोजित भविष्य के शिखर सम्मेलन में दिए गए एक पूर्व-रिकॉर्डेड भाषण में हुन मैनेट ने कहा कि शांति वह नींव है, जिस पर प्रगति का निर्माण किया गया.
उन्होंने कहा, “हमारा इतिहास दिखाता है कि शांति के बिना, गरीबी खत्म करना, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना, जलवायु परिवर्तन से निपटना और सतत आर्थिक विकास हासिल करना जैसे लक्ष्य कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण हो जाते हैं.”
शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, हुन मानेट ने कहा कि कंबोडिया को दुनिया में शांति स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने पर गर्व है और 2006 के बाद से, दक्षिण पूर्व एशियाई देश ने 11 संयुक्त राष्ट्र मिशनों में 9,000 से अधिक शांति सैनिकों को भेजा है, जिनमें 800 से अधिक महिलाएं शामिल हैं.
उन्होंने कहा, “हमारी टीमें महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण रही हैं, खासकर बारूदी सुरंगों को नष्ट करने के प्रयासों में. ये योगदान न केवल वैश्विक शांति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, बल्कि दुनिया भर में सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने में समावेशी भागीदारी के महत्व को भी उजागर करते हैं.”
कंबोडियाई प्रधानमंत्री ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए देश की प्रतिबद्धता भी उतनी ही मजबूत है, क्योंकि इसने जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक प्रयासों में योगदान दिया है.
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