बेंगलुरु, 5 मार्च . कर्नाटक कांग्रेस के नेता और एमएलसी नागराज यादव ने बुधवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र पर धर्म के आधार पर राजनीति करने का आरोप लगाया.
अल्पसंख्यक आरक्षण को लेकर नागराज यादव ने सवाल किया कि विजयेंद्र अल्पसंख्यकों पर हमला क्यों करते रहते हैं? वे भी देश का हिस्सा हैं. चाहे वे मुसलमान हों या हिंदू, वे इंसान हैं. विजयेंद्र को ऐसे बयान देने से बचना चाहिए. यह पूरी तरह संविधान के खिलाफ है. वह अल्पसंख्यकों को इस तरह से निशाना नहीं बना सकते. अगर वह कुछ नीतियां लागू करना चाहते हैं, तो वह सत्र में चर्चा कर सकते हैं.
सांप्रदायिक भाषण कानून पर उन्होंने कहा, “हम फर्जी खबरों और नफरत फैलाने वाले भाषणों के बारे में कुछ करेंगे. इससे समाज में बहुत अशांति फैलती है. लोगों को नफरत फैलाने वाले भाषणों को बढ़ावा देने और समाज को विभाजित करने से बचना चाहिए. हम यहां काम करने के साथ-साथ इंसानों का सम्मान करने के लिए हैं.”
नागराज यादव ने कहा कि भाजपा को अनुसूचित जाति योजना और अनुसूचित जनजाति उप-योजना (एससीपीटीएसपी) के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है. सबसे पहले, भाजपा से कहें कि वे उन सभी राज्यों में एससीपीटीएसपी लागू करें, जहां वे वर्तमान में शासन कर रहे हैं. तेलंगाना, कर्नाटक सभी ऐसे राज्य हैं, जिन्होंने एससी/एसटी के विकास के लिए 40 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया है. उन्हें एससी/एसटी के विकास के लिए काम करने की नीतियां बनानी चाहिए. हमारी सरकार एक परिवार की तरह काम कर रही है. प्रशासन तेजी से काम कर रहा है और हम प्रदेश को विकास की दिशा में ले जा रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा था, “हमें बताया गया कि सिद्दारमैया के नेतृत्व वाली राज्य सरकार कर्नाटक में सरकारी ठेकों में 4 प्रतिशत आरक्षण देने का निर्णय लेने जा रही है. वे आज की कैबिनेट में इस मुद्दे को उठाने जा रहे हैं. अगर यह सच है, तो भाजपा राज्य सरकार के इस कदम का विरोध करेगी. यह तुष्टिकरण की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है.”
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एकेएस/एकेजे