ग्रेटर नोएडा, 7 फरवरी . नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनआईए) ने उत्तराखंड परिवहन निगम (यूटीसी) के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उत्तराखंड के प्रमुख स्थलों, जैसे देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और हल्द्वानी के लिए बिना रुकावट के बस सेवा प्रदान की जाएगी. यह सेवा हवाई अड्डे के व्यावसायिक उद्घाटन के साथ शुरू होगी.
यह क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. एनआईए की लोकेशन यमुना एक्सप्रेसवे के निकट, दिल्ली-एनसीआर, नोएडा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख केंद्रों तक बेहतरीन सड़क मार्गों से जुड़ी हुई है.
उत्तराखंड परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने कहा, “हम नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी की घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं, जो नोएडा और उत्तराखंड के प्रमुख शहरों जैसे देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और हल्द्वानी के बीच क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है. यह साझेदारी सड़क और वायुमार्ग परिवहन को एकीकृत करेगी, जिससे यात्रियों के लिए एक सहज और प्रभावी यात्रा अनुभव सुनिश्चित होगा. हम अपनी सड़क नेटवर्क को बढ़ते हवाई यातायात के साथ जोड़ने का लक्ष्य रखते हैं, जिससे पर्यटन, आर्थिक वृद्धि और सभी के लिए सुविधा में वृद्धि होगी.”
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, “उत्तराखंड परिवहन निगम के साथ यह साझेदारी नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को एक सच्चे एकीकृत और बिना रुकावट के यात्रा केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. प्रमुख स्थलों के लिए सुविधाजनक भूमि परिवहन विकल्प प्रदान करके, हम यात्रियों को केवल स्थानों से जोड़ने के बजाय, उन्हें अवसरों, अनुभवों और एक विस्तृत क्षेत्र से जोड़ रहे हैं. यह साझेदारी हमारी क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने, पर्यटन को बढ़ावा देने और आर्थिक वृद्धि को प्रेरित करने के साथ-साथ हमारे यात्रियों को एक विश्वस्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.”
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए बिना रुकावट कनेक्टिविटी एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है, क्योंकि यह एक प्रमुख क्षेत्रीय केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है. एनआईए सरकार के संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर निजी वाहनों के लिए पहुंच को अनुकूलित कर रहा है और विविध और सुविधाजनक सार्वजनिक परिवहन विकल्प प्रदान करने के लिए साझेदारियों का निर्माण कर रहा है.
हवाई अड्डे के पहले चरण में, जिसमें एक रनवे और एक टर्मिनल होगा, यह हवाई अड्डा प्रति वर्ष 12 मिलियन यात्रियों को संभालने की क्षमता रखेगा. चौथे चरण के पूरा होने पर यह हवाई अड्डा प्रति वर्ष 70 मिलियन यात्रियों को संभालने के लिए तैयार होगा, जिससे यह क्षेत्र का एक प्रमुख हब बन जाएगा. नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आइएटीए कोड : डीएक्सएन) दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश को भारत और दुनिया के अन्य शहरों से जोड़ेगा. यह विश्वस्तरीय हवाई अड्डा स्विस दक्षता और भारतीय आतिथ्य को मिलाकर यात्रियों को समृद्ध अनुभव और व्यापक वाणिज्यिक आकर्षण और सेवाएं प्रदान करेगा.
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास, निर्माण और संचालन के लिए स्थापित किया गया है. यह कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की 100 प्रतिशत सहायक कंपनी है और भारत एवं उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर पीपीपी मॉडल पर काम कर रही है. नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का करार 1 अक्टूबर, 2021 से शुरू हुआ है और 40 वर्षों तक चलेगा. उद्घाटन पर, हवाई अड्डे में एक रनवे और एक टर्मिनल होगा और यह 12 मिलियन यात्रियों की क्षमता के साथ कार्य करेगा.
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पीकेटी/एबीएम