उदयपुर (Udaipur) . दो करोड़ की रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद निलम्बित की गई अतिरिक्त पुलिस (Police) अधीक्षक (एएसपी) दिव्या मित्तल के उदयपुर (Udaipur) स्थित रिसोर्ट को खाली कराने के आदेश के बाद शुक्रवार (Friday) अलसुबह रिसोर्ट की इमारत पर यूआईटी का बुलडोजर चल गया.
यूआईटी की इस कार्रवाई के साथ ही शहर में यह चर्चा चल पड़ी है कि जब तक दिव्या मित्तल पद पर थी तब तक यूआईटी को इस रिसोर्ट में अवैध निर्माण नजर नहीं आया, जैसे ही रिश्वत के मामले में वह पकड़ी गई और उसे निलंबित कर पद से हटा दिया गया तब यूआईटी ने त्वरित गति से यह कारवाई की. एक मार्च को नोटिस दिया गया और 3 मार्च की अलसुबह बुलडोजर चला दिया गया गया. लोगों में सवाल है कि उदयपुर (Udaipur) यूआईटी क्षेत्र में ऐसे कई अवैध निर्माणों की शिकायतें हैं जो बरसों से लंबित पड़ी हैं. देखने वाली बात अब यह है कि यूआईटी इन शिकायतों पर कब तक बुलडोजर चलवाती है.
आपको बता दें कि, उदयपुर (Udaipur) नगर विकास प्रन्यास ने एक मार्च को दिव्या के इस रिसोर्ट को अवैध अतिक्रमण बताते हुए इसे हटाने के आदेश जारी कर दिए. एक मार्च को दोपहर तीन बजे उदयपुर (Udaipur) के भीलों का बेदला स्थित रिसोर्ट पर यह नोटिस चस्पां कर दिया गया. इस दौरान वहां 25 युवा कलाकारों का दल ठहरा हुआ था. दिव्या के परिजनों ने उन्हें यहां से अपना सामान खाली करने को कह दिया. गुरुवार (Thursday) रात यह दल अपना सामान शिफ्ट करता नजर आया. परिजनों का कहना था कि हमे जरा भी समय नहीं दिया गया, हालांकि उन्होंने मीडिया (Media) को वीडियो बाइट देने से इनकार कर दिया.
गौरतलब है कि दिव्या मित्तल के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर Jaipur (jaipur) में एसीबी ने कारवाई की थी. दिव्या मित्तल को 16 जनवरी 2023 को गिरफ्तार किया गया था. उसे 16 जनवरी को निलंबित कर दिया गया था. निलम्बनकाल में उसका हेडक्वार्टर डीजीपी ऑफिस राजस्थान (Rajasthan) जयपुर Jaipur (jaipur) रखा गया.
मामले के अनुसार 16 करोड़ से ज्यादा की नशीली ड्रग्स और दवाओं की तस्करी के मामले में जांच अधिकारी रहते गिरफ्तारी से बचाने के एवज में दिव्या पर 2 करोड़ रुपये की घूस मांगकर परेशान करने का आरोप है. एसीबी ने कार्रवाई के दौरान अजमेर (Ajmer) , उदयपुर (Udaipur), झुंझुनूं, जयपुर Jaipur (jaipur) में भी तलाशी अभियान चलाया. अजमेर (Ajmer) में जयपुर Jaipur (jaipur) रोड पर एआरजी सोसायटी में दिव्या के फ्लैट में दिव्या की मौजूदगी में भी तलाशी की गई थी.
बताया गया कि उदयपुर (Udaipur) में उसके रिसोर्ट से भी कई संदिग्ध चीजें बरामद हुई थीं. हालांकि एसीबी की कार्रवाई के बाद दिव्या मित्तल ने कहा था कि उसे ड्रग माफियाओं को ट्रैक करने का यह इनाम मिला है. किसी से कोई रिश्वत नहीं मांगी है. षड्यंत्र कर ड्रग माफिया उसे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. अजमेर (Ajmer) पुलिस (Police) के कई अधिकारी इसमें मिले हुए हैं.