बजट 2025 : संजय निरुपम ने बजट 2025 को मध्यम वर्ग के लिए बताया वरदान

मुंबई, 1 फरवरी . संसद में पेश आम बजट को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का दौर जारी है. इस बीच, शिवसेना नेता और प्रवक्ता संजय निरुपम ने बजट को देश के मध्यम वर्ग के लिए एक क्रांतिकारी और साहसिक कदम बताया है. उन्होंने कहा कि इस बजट से आम लोगों को जबरदस्त राहत मिलेगी, खासकर 12 लाख रुपये तक की आय को टैक्स फ्री करने का फैसला ऐतिहासिक साबित होगा.

संजय निरुपम ने बजट की तारीफ करते हुए कहा कि इस बार का बजट लोगों के लिए बहुत अच्छा बजट है. यह देश के हित में पेश किया गया है. यह हिंदुस्तान के मध्यम वर्ग का बजट है. जिस तरह से वित्त मंत्री ने 12 लाख रुपये तक की आय को टैक्स फ्री किया है, वह अपने आप में बहुत ही साहसिक कदम है. इससे पूरे हिंदुस्तान के मिडिल क्लास को जबरदस्त फायदा मिलेगा. इस फैसले से केवल उच्च आय वर्ग के लोग ही नहीं, बल्कि छोटे व्यापारी और नौकरीपेशा लोग भी लाभान्वित होंगे. यह कदम देशभर के उन लाखों लोगों के लिए राहत का संदेश लेकर आया है, जो वित्तीय दबाव में रहते हैं और जो आयकर की उच्च दरों के कारण आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं.

बजट पर विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब देते हुए संजय निरुपम ने उन नेताओं पर भी निशाना साधा, जो इस बजट को ‘बिहार-केंद्रित’ बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग इस बजट को बिहार का बजट बता रहे हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि बिहार देश का पिछड़ा राज्य है और उसे विकास की जरूरत है. अगर बिहार का विकास होगा, तो पूरे देश का विकास होगा. केंद्र सरकार ने इस बजट में बिहार के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं घोषित की हैं, जो वहां के लोगों को सीधे लाभ पहुंचाएंगी और राज्य की विकास दर को सकारात्मक दिशा में बढ़ाएंगी.

किसानों, मजदूरों और असंगठित क्षेत्र के कामगारों का जिक्र करते हुए निरुपम ने कहा कि इस बजट में हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ विशेष प्रावधान किया गया है, जिससे आम जनता को राहत मिलेगी. सरकार ने इस बजट में गरीबों और श्रमिक वर्ग के हित में कई अहम फैसले लिए हैं.

विपक्षी नेताओं पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हर साल बजट आते ही हर कोई अर्थशास्त्री बन जाता है. विपक्ष के नेता बिना समझे इसे खारिज कर देते हैं. लेकिन इस बार का बजट हर वर्ग के लिए नई संभावनाएं लेकर आया है. सरकार का इरादा साफ है – हर वर्ग का कल्याण, हर वर्ग को आगे बढ़ाने का मौका देना. उन्होंने विपक्षी नेताओं से अपील की कि वह बिना बजट को पढ़े, समझे राजनीति न करें और देश की बेहतरी के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं.

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