बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर अल्पाका बरामद किया

कोलकाता, 2 अक्टूबर . सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बुधवार को भारत-बांग्लादेश सीमा (आईबीबी) पर वन्यजीव तस्करी की एक और कोशिश को विफल कर दिया है. जवानों ने बांग्लादेश से भारत में तस्करी करके लाए जा रहे अल्पाका को बरामद किया है.

बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के डीआईजी और प्रवक्ता एन के पांडे ने कहा, “बानपुर सीमा चौकी पर तैनात 32 बटालियन बीएसएफ के जवानों ने सीमा बाड़ के पार कुछ हलचल देखी. पास पहुंचने पर उन्होंने देखा कि तीन बांग्लादेशी तस्कर बांस की सीढ़ी का इस्तेमाल कर एक जानवर को भारत में भेजने की कोशिश कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि बाड़ के दूसरी ओर चार भारतीय तस्कर खड़े थे, जो अल्पाका (जानवर) को पकड़ने का इंतजार कर रहे थे. जानवर बाड़ पर गिर गया था.

प्रवक्ता ने कहा, “जवानों ने चेतावनी दी और फिर फायरिंग की. बांग्लादेशी लोग शून्य रेखा पार करके भाग गए, जबकि भारतीय तस्कर आम के बगीचे में छिप गए.”

उन्होंने बताया कि बीएसएफ के जवान जानवर को बानपुर सीमा चौकी ले गए, जहां उसकी पहचान अल्पाका के रूप में हुई. अल्पाका को उचित पुनर्वास और देखभाल के लिए वन विभाग को सौंप दिया गया है.

प्रवक्ता एन के पांडे ने आगे कहा, “हमारे सतर्क जवानों की तेजी से कार्रवाई हमारी सीमाओं की सुरक्षा और वन्यजीवों की रक्षा के लिए बीएसएफ की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती है. बीएसएफ सीमा पर सभी अवैध गतिविधियों के लिए एक मजबूत अवरोधक बनी हुई है और हम सदैव सतर्क रहेंगे.

अल्पाका को दक्षिण अमेरिका के देशों जैसे पेरू, बोलीविया, इक्वाडोर और चिली में पाला जाता है. ये भेड़ों की तरह ही शांत होते हैं. अल्पाका की ऊन नरम और बहुत हाई क्वालिटी वाला होती है और इससे बने कंबलों की दुनिया भर में बहुत मांग है. एक अल्पाका हर साल लगभग दो किलो ऊन उत्पादित करता है, जो एक कंबल के लिए पर्याप्त है.

एफजेड/