कविता की गिरफ्तारी के खिलाफ राजनीतिक, कानूनी लड़ाई लड़ेगी बीआरएस

हैदराबाद, 15 मार्च . प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शुक्रवार को के. कविता की ‘अवैध’ गिरफ्तारी की निंदा करते हुए भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने इस मुद्दे पर राजनीतिक और कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही है.

बीआरएस नेता और पूर्व मंत्री टी. हरीश राव ने संवाददाताओं से कहा कि वे गिरफ्तारी को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

पार्टी ने शनिवार को तेलंगाना में सभी निर्वाचन क्षेत्र मुख्यालयों में गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है.

हरीश राव ने कविता की गिरफ्तारी को आगामी लोकसभा चुनाव में बीआरएस की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने की राजनीतिक साजिश करार दिया.

उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा से एक दिन पहले पूर्व नियोजित तरीके से गिरफ्तारी से पता चलता है कि इसका मकसद बीआरएस कैडरों का मनोबल गिराना है.

उन्होंने कहा कि बीआरएस ने तेलंगाना के लिए अपनी 14 साल की लंबी लड़ाई में कई ऐसी अवैध गिरफ्तारियां देखी, पार्टी राजनीतिक और कानूनी रूप से इसका मुकाबला करेगी.

उन्होंने कहा, “हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. हम वकीलों से सलाह लेंगे और सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे.”

हरीश राव ने कहा कि ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कहा था कि वह ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगी.

अदालत ने मामले की सुनवाई के लिए 19 मार्च की तारीख तय की थी. उन्होंने पूछा, ”ईडी के लिए क्या जल्दबाजी थी.”

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस बात की जांच कर रहा था कि क्या ईडी महिलाओं को गिरफ्तार कर सकता है.

उन्होंने कहा, “शाम 6.30 बजे के बाद एक महिला को गिरफ्तार करना और वह भी शुक्रवार को, लोकसभा चुनाव से पहले एक स्पष्ट राजनीतिक साजिश है. यह राजनीतिक प्रतिशोध है.”

उन्होंने याद दिलाया कि कविता को मामले में गवाह के रूप में नोटिस दिया गया था, लेकिन अब उन्हें एक आरोपी के रूप में गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्होंने पूछा कि ईडी डेढ़ साल से क्या कर रहा था.

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