हैदराबाद, 14 फरवरी . तेलंगाना विधानसभा में बुधवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और मुख्य विपक्षी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के सदस्यों के बीच कोरम को लेकर बहस हो गई.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीआरएस विधायकों ने कोरम का मुद्दा उठाया. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष गद्दाम प्रसाद कुमार का ध्यान कोरम नहीं होने की ओर आकर्षित कराया. बीआरएस नेता और पूर्व मंत्री टी. हरीश राव ने आरोप लगाया कि सरकार बजट पर बहस के लिए कोरम बनाए रखने में विफल रही.
एक अन्य बीआरएस विधायक कादियम श्रीहरि ने कहा कि पहले विधायी मामलों के मंत्री महत्वपूर्ण व्यवसाय के दौरान कोरम सुनिश्चित करने के लिए विधायकों को फोन करते थे.
विधायी मामलों के मंत्री डी. श्रीधर बाबू ने बीआरएस के इस दावे का खंडन किया कि कोरम पूरा नहीं था. उन्होंने जिक्र किया कि विधानसभा में सदस्यों की संख्या 119 है, इसलिए 10 प्रतिशत या केवल 12 सदस्य ही कोरम पूरा करते हैं.
उन्होंने दावा किया कि जब अध्यक्ष ने कार्यवाही शुरू की तो 18 सदस्य उपस्थित थे. मंत्री ने कहा कि बीआरएस कोरम की कमी का दावा कर सदन के बाहर गलत संदेश भेजने की कोशिश कर रही है.
श्रीधर बाबू ने जिक्र किया कि हरीश राव पहले विधायी मामलों के मंत्री भी रह चुके हैं और तमाम जानकारी के बावजूद वह गलत दावा करने की कोशिश कर रहे हैं.
2024-25 के लिए वोट-ऑन-अकाउंट बजट पर बहस की शुरुआत करने वाले कादियम श्रीहरि ने बजट पर बहस के दौरान मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क की अनुपस्थिति का जिक्र किया.
बीआरएस सदस्य ने अध्यक्ष से सुबह 10 बजे सत्र शुरू करने का भी अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि सुबह 10:05 या 10:10 बजे तक सदन की कार्यवाही नहीं हो रही है जो उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही निर्धारित समय पर शुरू होनी चाहिए.
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