हजारीबाग के एसडीओ पर पत्नी को जलाने का आरोप, भाई ने पुलिस से मांगा इंसाफ

हजारीबाग, 27 दिसंबर . झारखंड के हजारीबाग सदर अनुमंडल के एसडीओ अशोक कुमार की पत्नी अनिता कुमारी संदिग्ध परिस्थितियों के बीच आग लगने से बुरी तरह झुलस गई हैं. अनिता कुमारी के भाई राजू कुमार गुप्ता ने आरोप लगाया है कि एसडीओ और उनके परिवार के लोगों ने उनकी बहन को जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की है.

इस संबंध में राजू कुमार गुप्ता ने हजारीबाग के लोहसिंगना थाने में शुक्रवार को लिखित शिकायत की है. एसडीओ की पत्नी फिलहाल इलाज के लिए रांची स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में दाखिल कराई गई हैं, जहां उनकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है.

चिकित्सकों के मुताबिक, वह 65 फीसदी से अधिक जल गई हैं. आग में झुलसी पत्नी को बचाने में एसडीओ अशोक कुमार के हाथ भी जल गए हैं. पुलिस को दिए गए आवेदन में राजू कुमार गुप्ता ने लिखा है कि गुरुवार की सुबह 8.45 बजे उनके बहनोई अशोक कुमार के छोटे भाई शिवनंदन कुमार ने फोन पर उनकी बहन अनिता देवी के बुरी तरह जलने के बारे में सूचना दी.

बताया गया कि वे हजारीबाग के आरोग्यम हॉस्पिटल में भर्ती कराई गई हैं. जब वे लोग हॉस्पिटल पहुंचे तो बताया गया कि उन्हें बोकारो जेनरल हॉस्पिटल ले जाया गया है. राजू गुप्ता ने कहा कि बोकारो हॉस्पिटल पहुंचने पर उन्होंने पाया कि उनकी बहन का शरीर और चेहरा काफी जल गया है. वह बोलने की स्थिति में नहीं हैं.

चिकित्सकों ने जानकारी दी कि वह 65 प्रतिशत जल गई हैं. गंभीर हालत देखते हुए बाद में उन्हें बोकारो से रांची स्थित देवकमल हॉस्पिटल ले जाया गया है.

राजू गुप्ता ने आरोप लगाया है कि एसडीओ के पद पर पदस्थापित उनके बहनोई अशोक कुमार के अलावा उसके भाई शिवनंदन कुमार, उनकी पत्नी रिंकू देवी और ससुर दुर्योधन साव ने षड्यंत्र रचकर उनकी बहन को जिंदा जलाकर मार डालने की कोशिश की है.

शिकायत में कहा गया है कि एसडीओ अशोक कुमार का किसी दूसरी महिला से अवैध संबंध था और इस बात को लेकर उनकी बहन के साथ विवाद होता रहता था. एक-दो बार परिवार के लोगों ने मिल-बैठकर मामला सुलझाने की कोशिश की थी, लेकिन अशोक कुमार ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी थी.

राजू गुप्ता के मुताबिक, उन्हें जानकारी मिली है कि उनकी बहन को जब जलाया जा रहा था, तब वह जान बचाने के लिए चिल्लाते हुए इधर-उधर भाग रही थी. इस संबंध में एसडीओ अशोक कुमार से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उनका पक्ष नहीं मिल पाया है.

एसएनसी/एबीएम